N1Live National उज्ज्वला योजना ने महिलाओं को खाना पकाने के दौरान धुएं से दी मुक्ति : हरदीप पुरी
National

उज्ज्वला योजना ने महिलाओं को खाना पकाने के दौरान धुएं से दी मुक्ति : हरदीप पुरी

Ujjwala Yojana has freed women from smoke while cooking: Hardeep Puri

केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को कहा कि उज्ज्वला योजना रसोई गैस भर से बढ़कर खाना पकाने के दौरान महिलाओं को धुंए से मुक्ति दिलाने और पीएम मोदी के जन-केंद्रित नेतृत्व में परिवारों के लिए सम्मान लाने में अहम रही है।

केंद्रीय मंत्री पुरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “इस नवरात्रि उज्ज्वला योजना 25 लाख नए एलपीजी कनेक्शन का एक स्पेशल गिफ्ट लेकर आई। इतनी बड़ी पहुंच के साथ यह योजना अब देश के 10.60 करोड़ परिवारों के भविष्य को चमकाएगी।”

उन्होंंने आगे कहा कि उज्ज्वला योजना को दुनिया के सबसे बड़े क्लीन फ्यूल मिशन के रूप में वर्ष 2016 में लॉन्च किया गया था। यह योजना डिपॉजिट फ्री है, जिसमें स्टोव, सिलेंडर और पहला रिफिल शामिल है।

केंद्रीय मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि अब 90 प्रतिशत रिफिल हर डिलीवरी पर सुरक्षा जांचों के बाद ऑनलाइन बुक किए जाते हैं।

1 मई 2016 को पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (एमओपीएनजी) ने ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ (पीएमयूवाई) को एक प्रमुख योजना के रूप में पेश किया। योजना को पीएम मोदी द्वारा उत्तर प्रदेश के बलिया में शुरू किया गया था।

केंद्र के अनुसार, ग्रामीण और वंचित परिवार पारंपरिक खाना पकाने के ईंधन जैसे लकड़ी, कोयला, गोबर के उपले का उपयोग करते थे। इस ईंधन के उपयोग से ग्रामीण महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ-साथ पर्यावरण पर भी इसका हानिकारक प्रभाव पड़ता था। पीएमयूवाई का उद्देश्य ही ग्रामीण और वंचित परिवारों को एलपीजी जैसे स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन को उपलब्ध करवाना था।

इस योजना के तहत मार्च 2020 तक वंचित परिवारों को 8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन जारी करने का लक्ष्य था। 7 सितंबर 2019 को लक्षित तारीख से पहले ही पीएम मोदी ने औरंगाबाद, महाराष्ट्र में 8 करोड़वां एलपीजी कनेक्शन सौंपा गया।

इसके बाद उज्ज्वला 2.0 के तहत प्रवासी परिवारों को विशेष सुविधा के साथ पीएमयूवाई योजना के अंतर्गत 1.6 करोड़ एलपीजी कनेक्शन का अतिरिक्त आवंटन हुआ। उज्ज्वला 2.0 के अंतर्गत कनेक्शनों की लक्षित संख्या दिसंबर 2022 के दौरान प्राप्त कर ली गई, जिससे इस योजना के अंतर्गत कुल कनेक्शनों की संख्या 9.6 करोड़ रिकॉर्ड की गई थी।

Exit mobile version