लंदन, ब्रिटेन की एक अदालत ने एक और 10 साल की उम्र के भारतीय मूल के दो भाइयों के मामले की सुनवाई शुरू की, जिनकी 2019 में कार दुर्घटना में मौत हो गई थी।
14 मार्च, 2019 को संजय सिंह और उनके भाई पवनवीर की मौके पर ही मौत हो गई, जब उनकी मां द्वारा चलाई जा रही बीएमडब्ल्यू को तेज रफ्तार ऑडी एस3 ने टक्कर मार दी, जिसका चालक मौके से भाग गया।
बर्मिंघम लाइव की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने 36 वर्षीय मोहम्मद सुलेमान खान और हमजा शाहिद को गिरफ्तार कर लिया, जो ऑडी ए3 के बीएमडब्ल्यू से टकराने से पहले एक दौड़’ में शामिल थे।
अभियोजक रॉबर्ट प्राइस ने इस सप्ताह की शुरुआत में वॉल्वरहैम्प्टन क्राउन कोर्ट में मामला खोलते हुए कहा, “यह नीली ऑडी थी, जो बीएमडब्ल्यू कार से टकरा गई थी। हम कहते हैं कि हादसे के लिए दोनों कारों के ड्राइवर जिम्मेदार हैं।”
गाड़ी चला रही बच्चों की मां आरती नाहर ने अदालत को बताया कि उनके पास टक्कर से बचने का कोई मौका नहीं था, क्योंकि उनकी कार फुटपाथ पर चली गई थी और रेलिंग से टकरा गई थी।
समाचार वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, प्रत्यक्षदर्शियों ने टक्कर से पहले दो लोगों को खतरनाक तरीके से ‘बंपर टू बंंंपरर’ दौड़ते हुए देखा, जबकि एक ने इस जोड़े को ‘पागलों की तरह’ गलत तरीके से गाड़ी चलाने वाला बताया।
नाहर अपने बड़े बेटे संजय और छोटे बेटे के साथ सफेद बीएमडब्ल्यू के पीछे बैठकर घर वापस आ रही थीं।
दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल नाहर ने अदालत को बताया, “यह पागलपन का काम था।”
बाद में एक पुलिस जांच से पता चला कि दुर्घटना से ठीक पहले ऑडी 92 मील प्रति घंटे की रफ्तार से और शाहिद की बेंटले 110 मीटर की दूरी पर 72 मील प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही थी।
कहा जा रहा है कि टक्कर के बाद मोहम्मद सुलेमान खान घटनास्थल से भाग गए।
अभियोजक प्राइस ने अदालत को बताया, “वह यह देखने के लिए आसपास नहीं रुके कि कार में यात्री कैसे हैं। उन्होंने उनके लिए आपातकालीन सहायता के लिए फोन नहीं किया। उनकी प्राथमिकता वहां से दूर जाने और उन्होंने जो किया, उस जिम्मेदारी से बचने की थी।”
न्याय की प्रक्रिया को विकृत करने के लिए, जूरी सदस्यों को बताया गया कि कैसे पुलिस को एक ‘झूठी रिपोर्ट’ दी गई। इसमें कहा गया कि दुर्घटना के लिए ऑडी चुराने वाला चोर दोषी था।
शाहिद ने खतरनाक ड्राइविंग से इनकार किया। मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए तीन अन्य लोगों ने भी न्याय की प्रक्रिया को विकृत करने की साजिश से इनकार किया।