जालंधर से तीन बार ब्रिटेन से सांसद रहे तनमनजीत सिंह ढेसी ने शहर के अपने दौरे के दौरान प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री संजीव अरोड़ा से मुलाकात की। जालंधर के उपायुक्त हिमांशु अग्रवाल ने दोनों का गर्मजोशी से स्वागत किया। ढेसी के साथ उनके चाचा, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) की कार्यकारी समिति के सदस्य और जालंधर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष परमजीत सिंह रायपुर भी थे।
एक घंटे चली इस बैठक में प्रवासी भारतीयों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई, खासकर भूमि विवाद और ज़ब्ती के मामले, जो चिंता का विषय हैं। जबरन वसूली की मांग भी एक समस्या के रूप में सामने आई, जिससे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निपटना ज़रूरी था।
ढेसी ने कहा कि सरकार एक प्रभावी एकल खिड़की प्रणाली शुरू कर सकती है, जिस पर विदेशी पंजाबी अपनी चिंताओं के समाधान के लिए भरोसा कर सकते हैं, तथा पंजाब में निवेश करने के इच्छुक व्यापारियों से भी बातचीत कर सकते हैं, ताकि वे नौकरशाही की जटिल बाधाओं से बच सकें।
ढेसी ने एक बार फिर अमृतसर और चंडीगढ़ के लिए, खासकर लंदन, बर्मिंघम और अन्य यूरोपीय गंतव्यों, उत्तरी अमेरिका और एशिया से, और अधिक सीधी उड़ानों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इससे वैश्विक पंजाबियों और पर्यटकों को पंजाब से सीधे जुड़ने में मदद मिलेगी, साथ ही व्यापार भी बढ़ेगा। लाखों प्रवासी पंजाबियों को देखते हुए, ढेसी ने आशा व्यक्त की कि पंजाब विमानन क्षेत्र में एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभर सकता है। उन्होंने इसे साकार करने में मदद के लिए भारत और पंजाब दोनों सरकारों से निवेश और राजनीतिक समर्थन का अनुरोध किया।
ढेसी और अरोड़ा ने अमृतसर में अंतरराष्ट्रीय कार्गो बंदरगाह को फिर से खोलने पर चर्चा की, जिसे हाल ही में भारत-पाक तनाव के बाद बंद कर दिया गया था। ढेसी ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिर से खोलने का भी अनुरोध किया।
अन्य लम्बे समय से लंबित भावनात्मक मुद्दों जैसे कि अपनी सजा पूरी कर चुके राजनीतिक कैदियों की रिहाई तथा ब्रिटिश नागरिक जगतार सिंह जौहल के मामले पर भी चर्चा की गई।
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