उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज हरोली सिविल अस्पताल में नई डिजिटल एक्स-रे मशीन और अल्ट्रासाउंड मशीन का औपचारिक रूप से शुभारंभ किया। डायग्नोस्टिक मशीनरी पर 50 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए अग्निहोत्री ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों के निवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए राज्य में स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने डॉक्टरों से मानवता के हित में ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने और वंचित लोगों की सेवा करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना सरकार के लिए एक चुनौती है क्योंकि डॉक्टर यहां सेवा करने के लिए तैयार नहीं हैं।
अग्निहोत्री ने कहा कि हरोली सिविल अस्पताल को 50 से बढ़ाकर 100 बिस्तरों वाला करने के लिए कैबिनेट की मंजूरी हाल ही में मिली है और अब उनके प्रयास यहां विभिन्न विशेषज्ञताओं के कम से कम 13 डॉक्टरों की तैनाती की ओर हैं। उन्होंने कहा कि अस्पताल के लिए अतिरिक्त भवन का निर्माण भी किया जाएगा, जिसमें चिकित्सा उपकरण, मरीजों के लिए बिस्तर और पैरामेडिक्स तथा डॉक्टरों के क्लीनिक के लिए जगह होगी। उन्होंने कहा कि यहां अतिरिक्त सिविल संरचना के निर्माण के लिए हाल ही में 8.5 लाख रुपये की राशि मंजूर की गई है।
इस अवसर पर अग्निहोत्री ने अपनी दिवंगत पत्नी सिम्मी अग्निहोत्री की स्मृति में अस्पताल को एक एम्बुलेंस प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अस्पताल की डायग्नोस्टिक लैब में जल्द ही एक स्वचालित रक्त विश्लेषक और रक्त कोशिका गिनती मशीन भी जोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि ऊना जिला आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का केंद्र बनने की ओर अग्रसर है क्योंकि ऊना जिले के मलाहत गांव में पीजीआई सैटेलाइट अस्पताल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव कुमार वर्मा, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय मनकोटिया तथा हरोली खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. पुष्पिंदर सिंह राणा भी उपस्थित थे।