जल संरक्षण को जन आंदोलन बनाने के उद्देश्य से सोमवार को समूर कलां में जिला स्तरीय वाटरशेड महोत्सव का आयोजन किया गया। कुटलैहड़ विधायक विवेक शर्मा ने इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जल संरक्षण और इष्टतम उपयोग से संबंधित लगभग 1.8 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
परियोजनाओं में प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण के साथ-साथ कुओं और तालाबों तथा चेकडैम जैसे जल निकायों का निर्माण और रखरखाव भी शामिल है। ये सभी कार्य प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 के अंतर्गत किए जाएँगे। उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए, विवेक शर्मा ने कहा कि जलग्रहण महोत्सव के आयोजन का उद्देश्य जल संरक्षण और संवर्धन करना है, जिससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहे और अंततः सभी प्रकार के जीवन को बनाए रखा जा सके।
उन्होंने कहा कि जलग्रहण प्रणालियों को सुरक्षित करना, जल संरक्षण, मिट्टी की नमी को बनाए रखना तथा जल स्रोतों का पुनरुद्धार करना अभियान की मुख्य प्राथमिकताएं हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक स्रोतों का पुनरुद्धार, नालियों और चेकडैमों की नियमित सफाई और मरम्मत, तथा वर्षा और भूमिगत जल का प्रभावी संग्रहण जल संरक्षण के लिए आवश्यक है।
विधायक ने कहा कि कुटलैहड़ क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था को सुदृढ़ करने के प्रयास में मुख्यमंत्री शीघ्र ही एक नई पेयजल परियोजना की आधारशिला रखेंगे, जिसकी अनुमानित लागत 15 करोड़ रुपये होगी। उन्होंने कहा कि कुटलैहड़ के खेतों के लिए 45 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली सिंचाई परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार है।
कार्यक्रम के दौरान विधायक ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 के तहत कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र की सात पंचायतों – समूर कलां, लमलेहड़ी, मदनपुर, डंगोली, झांबर, टब्बा और बसोली – के 1,600 लाभार्थियों को 1 करोड़ रुपये के टूलकिट वितरित किए।


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