जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर जिले के नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए भीषण विस्फोट ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया है। इसमें मरने वालों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है, जबकि 29 लोग घायल हुए हैं। इस घटना पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रतिक्रिया दी है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “पूरी जानकारी अभी नहीं आई है, लेकिन शुरुआती इनपुट मिलने के बाद से सभी एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट थीं। यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस तरह पहले ही 2,900 किलो विस्फोटक बरामद किए गए थे, वह अपने आप में चौंकाने वाला है।”
उन्होंने बताया कि दिल्ली की घटना से पहले ही सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर थीं और कई बड़ी साजिशों को विफल किया गया था। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को इसकी पुष्टि की। विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास की कई इमारतों के शीशे टूट गए और इसका धमाका 5 से 10 किलोमीटर दूर तक सुना गया।
सूत्रों के अनुसार, कई शव बुरी तरह जल चुके हैं, जिससे मृतकों की पहचान में समय लग रहा है। मृतकों में एक नायब तहसीलदार (कार्यकारी मजिस्ट्रेट) और एक स्थानीय दर्जी भी शामिल बताए जा रहे हैं। फिलहाल पहचान की प्रक्रिया जारी है।
विस्फोट के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात, आईजीपी और अन्य शीर्ष अधिकारी घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचे और स्थिति का मूल्यांकन किया। पुलिस स्टेशन परिसर में खड़े कई वाहनों में आग लग गई, जिन्हें बुझाने के लिए दमकल गाड़ियों को तैनात करना पड़ा।
घायलों को बादामी बाग स्थित सेना के बेस अस्पताल सहित कई अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। सूत्रों ने बताया कि जिस विस्फोटक सामग्री से यह हादसा हुआ, वह वही सामग्री है जो कुछ दिन पहले फरीदाबाद में एक आतंकवादी मॉड्यूल के भंडाफोड़ के दौरान बरामद की गई थी। इस ऑपरेशन में बड़ी मात्रा में विस्फोटक जब्त किए गए थे।


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