केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को अपनी पांच दिवसीय यात्रा के हिस्से के रूप में स्विट्जरलैंड की अपनी आधिकारिक यात्रा शुरू कर दी है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री गोयल व्यापार संबंधों को मजबूत करने के लिए स्वीडन भी जाएंगे।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, यह यात्रा प्रमुख यूरोपीय देशों के साथ रणनीतिक-आर्थिक साझेदारी को गहरा करने, मजबूत व्यापार-निवेश संबंधों को आगे बढ़ाने और मजबूत वैश्विक विकास के लिए साझा दृष्टिकोण का समर्थन करने की भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
केंद्रीय मंत्री की यह यात्रा यूरोप की दो सबसे नवीन अर्थव्यवस्थाओं के साथ भारत के जुड़ाव को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
बयान में कहा गया है कि केंद्रीय मंत्री गोयल की बैठकें दोनों देशों के वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, उद्योग जगत के नेताओं और व्यापार संघों के साथ उच्च प्रभाव वाली बातचीत से जुड़ी होंगी।
केंद्रीय मंत्री गोयल द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को मजबूत करने के अवसरों का पता लगाने के लिए स्विट्जरलैंड में ग्लोबल सीईओ और प्रमुख उद्योग जगत के नेताओं के साथ बातचीत करेंगे।
यात्रा कार्यक्रम में फार्मा एंड लाइफ साइंसेज और प्रेसिजन इंजीनियरिंग/मशीन टूल्स/हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेक्टर में प्रमुख स्विस उद्योग दिग्गजों के साथ बैठकें शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री आईसीएआई ज्यूरिख चैप्टर से भी जुड़ेंगे और भारतीय मीडिया से बातचीत करेंगे।
इस यात्रा के दौरान केंद्रीय मंत्री फेडरल काउंसलर गाइ परमेलिन के साथ बैठक करेंगे, जिससे मजबूत व्यापार और कूटनीतिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा।
स्विट्जरलैंड की उच्च स्तरीय यात्रा का एक महत्वपूर्ण घटक प्रमुख स्विस कंपनियों के साथ आमने-सामने की बैठकों की एक सीरीज होगी। भारतीय उद्योग प्रतिनिधि भी इन महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भाग लेंगे और प्रत्यक्ष संवाद को बढ़ावा देंगे।
केंद्रीय मंत्री गोयल स्वीडन में अंतरराष्ट्रीय विकास सहयोग और विदेश व्यापार मंत्री बेंजामिन डौसा के साथ आर्थिक, औद्योगिक और वैज्ञानिक सहयोग के लिए भारत-स्वीडिश संयुक्त आयोग (जेसीईआईएससी) के 21वें सत्र की सह-अध्यक्षता करेंगे।
मुख्य कार्यक्रमों में भारत-स्वीडन बिजनेस लीडर्स की राउंडटेबल मीटिंग और प्रमुख स्वीडिश कंपनियों के साथ आमने-सामने की बैठकें शामिल होंगी। ये चर्चाएं उन उद्योगों की एक सीरीज को कवर करेंगी, जिसमें एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग, इनोवेशन, ग्रीन टेक्नोलॉजी और सस्टेनेबल सॉल्यूशन शामिल हैं।
एरिक्सन, वोल्वो ग्रुप, आईकेईए, सैंडविक, अल्फा लावल और एसएएबी जैसी कंपनियां भारत के साथ संबंधों को बढ़ाने में रुचि रखने वालों में शामिल हैं।
बयान में कहा गया है कि यह यात्रा भारत और उसके यूरोपीय भागीदारों के बीच रणनीतिक प्राथमिकताओं के गहरे जुड़ाव को दर्शाती है।