सिरसा स्थित चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय (सीडीएलयू) की अंशकालिक विधि शिक्षिका ने अपने विभागाध्यक्ष (एचओडी) पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है और कहा है कि प्रभावशाली व्यक्ति आरोपी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं तथा उस पर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे हैं।
सोमवार को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को संबोधित एक पत्र में शिक्षिका ने कहा कि उसने 14 मई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि विभागाध्यक्ष पिछले दो वर्षों से उसे मानसिक, शैक्षणिक और वित्तीय रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। उसने दावा किया कि शिकायत के बावजूद अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
शिक्षिका ने यह भी आरोप लगाया कि एक न्यायिक अधिकारी के पिता उस पर और उसके पति (जो विश्वविद्यालय में कर्मचारी है) पर शिकायत वापस लेने के लिए दबाव डाल रहे हैं।
उन्हें संदेह है कि उनके प्रभाव के कारण उनकी शिकायत पर कार्रवाई में देरी हो रही है और उन्होंने न्यायिक अधिकारी की संभावित अप्रत्यक्ष संलिप्तता की ओर भी इशारा किया है। शिक्षिका ने मुख्य न्यायाधीश से अनुरोध किया है कि वे एफआईआर दर्ज करने, बाहरी दबाव से सुरक्षा सुनिश्चित करने और निष्पक्ष जांच की सुविधा प्रदान करने के लिए हस्तक्षेप करें।
इस बीच, पुलिस प्रवक्ता ने पुष्टि की कि मामले की जांच अभी चल रही है।
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