लखनऊ, 25 फरवरी । उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र हंगामे की भेंट चढ़ रहा है। यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही को लेकर मीडिया से बात की।
यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि विधानसभा चलाने की जिम्मेदारी सरकार और विपक्ष की है। मुझे लगता है कि सदन की कार्यवाही के दौरान जो भी बात पूछी जाए, उसी का जवाब दिया जाना चाहिए।
यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सीएम योगी के ‘गिद्धों को लाश, सूअरों को गंदगी मिली’ वाले बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, “बाबा एक मुख्यमंत्री हैं और वह क्या बोलते हैं, इस पर मैं क्या ही टिप्पणी करूं। उन्होंने जो उदाहरण दिया है, वह संसदीय परंपरा के विपरीत है। अगर मैं भी उदाहरण दे दूं कि कंस को भय था कि भगवान कृष्ण पैदा हो जाएंगे तो वह खत्म हो जाएंगे। ऐसी ही कुछ स्थिति यहां भी है।”
सपा विधायक आर के वर्मा ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य और सुविधाओं की जिम्मेदारी हम पर है। हमें हर एक चीज पर नजर रखनी चाहिए। महाकुंभ में 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आए हैं और उनके द्वारा मल-मूत्र का जो विसर्जन हुआ है, उसके निस्तारण का भी प्रबंध करना चाहिए, क्योंकि अगर आने वाले दिनों में संक्रमण हुआ तो उसका खामियाजा प्रयागराज की जनता को भुगतना पड़ेगा। इसलिए सरकार की जिम्मेदारी है कि इस मुद्दे पर बात करे न कि उसे भटकाने का प्रयास करे।”
सपा विधायक डॉ. संग्राम ने सीएम योगी के बयान पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शब्दों का चयन सही नहीं है, वो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और विपक्ष का दायित्व है कि अगर यूपी की व्यवस्था में कोई खामियां दिखती हैं तो सरकार का उस पर ध्यान दिलाए। महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ में कई लोगों की जान गई और यही बात उन्हें याद दिलाई जा रही है। मगर मुख्यमंत्री को तो सिर्फ गिद्ध ही दिखाई देते हैं।”
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