उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में गुरुवार को जिला कारागार में भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक पर्व भाई दूज बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। सुबह से ही जेल के बाहर बहनों की लंबी लाइनें लगी हुई हैं।
जिला कारागार की तरफ से भाई दूज के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। कारागार में जैसे ही मिलने का समय हुआ, बहनों ने अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर आरती उतारी और मिठाई खिलाकर उनकी लंबी उम्र की कामना की।
जेल अधीक्षक मिजाजीलाल ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “भाई दूज पर्व के अवसर पर बहनों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई थीं, ताकि वे बिना किसी असुविधा के अपने भाइयों से मिल सकें। इस तरह के आयोजन से कारागार में भी मानवीय भावनाओं और पारिवारिक संस्कारों को सहेजने का अवसर मिलता है।”
उन्होंने बताया कि सुबह सात बजे से ही बहनें अपने भाइयों से मिल रही हैं। कारागार में बहनों के लिए तिलक, जलपान सहित कई सुविधाएं की गई हैं। इस बात का विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि किसी भी बहन को अपने भाई से मिलने में कोई परेशानी न हो। सुरक्षा को देखते हुए उचित पुलिस बल को तैनात किया गया है।
भाई से मिलने आई सौम्या शर्मा ने बताया कि उसका एक ही भाई है और वह जेल में बंद है। उनको जेल में आए पांच महीने से अधिक हो गया है। हम अपने भाई से मिलकर भाई दूज का पर्व मनाने आए हैं। भाई से मिलने आई मोनिका ने बताया कि वह भाई दूज मनाने के लिए जेल में आई है। इस पर्व पर यही कामना करती है कि वह जल्दी जेल से छूटकर घर आ जाए और हम लोग साथ रहें।
पूजा ने बताया कि वह भाई से मिलने के लिए लाइन में लगी है। भाई उनका बहुत मुश्किल में है; वह कुछ महीने पहले ही जेल में आया है। भाई दूज के पर्व पर मैं यही मांगती हूं कि मेरा भाई जल्द से जल्द जेल से बाहर आ जाए और उसकी सभी परेशानी खत्म हो जाए।
अनीता ने बताया कि हम यहीं कामना करते हैं कि मेरा भाई दोबारा कभी जेल में न आए; उसको यहां एक साल हो गया है। लड़ाई करने की वजह से वह जेल में है।
Leave feedback about this