लखनऊ, 22 दिसंबर उत्तर प्रदेश सरकार बुंदेलखंड के ललितपुर में बल्क ड्रग फार्मा पार्क के विकास पर फोकस कर रही है। ललितपुर के कुल 5 गांवों में 1472 एकड़ में फैले बल्क ड्रग फार्मा पार्क में दो फेज में विकास का खाका खींचा गया है। ऐसे में जेनरिक दवाओं के उत्पादन हब के तौर पर ललितपुर के विकास का रास्ता साफ हो गया है।
अधिकारी ने बताया कि परियोजना के अंतर्गत फेज-1 में 300 एकड़ भूमि के डीटेल्ड मास्टर प्लान और प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराकर विकास कार्यों की शुरुआत की जाएगी। विस्तृत कार्ययोजना को धरातल पर उतारने के लिए अब उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने डीटेल्ड मास्टर प्लान व प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराना शुरू कर दिया है।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि ललितपुर में बल्क ड्रग फार्मा पार्क के विकास के लिए फेज-1 में यूपीसीडा डीटेल्ड मास्टर प्लान व प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराने के लिए कंसल्टेंसी फर्म को कार्य आवंटित करेगा। इस कड़ी में, यूपीसीडा द्वारा नेशनल कॉम्पिटीटिव बिडिंग (एनसीबी) के जरिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) व रिक्वेस्ट फॉर क्वॉलिफिकेशन (आरएफक्यू) प्रक्रिया के जरिए आवेदन मांगे हैं। जिन फर्म्स द्वारा कार्य आवंटन के लिए आवेदन किया जाएगा, उन्हें तीन स्तरीय निर्धारण प्रक्रिया से गुजरना होगा।
इस निर्धारण प्रक्रिया का पहला फेज प्री बिड, दूसरा फेज फाइनेंशियल व तीसरा फेज टेक्निकल बिड होगा। कार्य प्राप्त करने वाली कंसल्टेंसी फर्म को फेज-1 में 300 एकड़ के निर्धारित क्षेत्र में अवसंरचनाओं के विकास के लिए डीटेल्ड मास्टर प्लान बनाना होगा। इसके अतिरिक्त, यहां लगने वाले संयंत्रों के उचित संचालन के लिए कई मानकों का निर्धारण भी करना होगा।