पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने महाकुंभ पर सवाल उठाने वाले विपक्षी नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन लोगों की यही समझ है। यह करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा विषय है। उस पर सवाल उठाने की क्या जरूरत है। ये लोग मानसिक रूप से भी दिवालिया हो गए हैं। सत्ता कैसे मिले, इसके लिए वो बेकरार हैं।
उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान बिहार में ‘खरमास के बाद खेला होने के’ विपक्षी नेताओं के बयान पर कहा, “सब लोग यहां दिन में सपना देख रहे हैं। कहीं से कोई मामला नहीं है। अब तो सरकार पांच साल पूरा करने वाली है। अब नया चुनाव होने वाला है, उसमें भी फिर से एनडीए की सरकार बनेगी। एनडीए पूरी तरह से एक है, एक रहेगा और एक रहकर चुनाव लड़ेगा और एक होकर सरकार बनाने जा रहा है।”
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के ‘डीके टैक्स’ वाले बयान पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “भ्रष्टाचार और वसूली की बात है, तो उनके परिवार या उनकी पार्टी के सभी नेता सिर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। दूसरे के ऊपर उंगली उठा रहे हैं, सिर्फ इस कारण से, क्योंकि लोग उनके भ्रष्टाचार के बारे में चर्चा न करें।”
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दावा करते हुए कहा कि वह कुछ भी कर लें, जनता उनकी बातों में नहीं आने वाली है। भ्रष्टाचारी कौन है, किसने देश को लूटा है, जनता सब जानती है।
दरअसल, हाल ही में तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि बिहार में न तो डीजीपी की चलती है और न ही मुख्य सचिव की कुछ चल रही है। वो सजा कर रखने वाला पद भी नहीं रह गया। मुख्यमंत्री कहीं जाते हैं तो इनको बुलाते भी नहीं हैं।
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बिहार चलाने का काम रिटायर अधिकारी कर रहे हैं। बिहार में अभी ‘डीके टैक्स’ चल रहा है। बिहार में वसूली और अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग में हेराफेरी चल रही है।
Leave feedback about this