अमेरिकी सरकार ने जेल में बंद भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर नए आरोप लगाए हैं। इन आरोपों में मनी लॉन्ड्रिंग, क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी, ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के अलावा नेपाल या पाकिस्तान में किसी व्यक्ति की हत्या की कोशिश का आरोप भी शामिल है।
गुप्ता पर सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। चेक गणराज्य से गिरफ्तार किए गए गुप्ता को पिछले साल जून में अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था। उनका मुकदमा नवंबर में न्यूयॉर्क के दक्षिणी ज़िले स्थित अमेरिकी ज़िला न्यायालय में शुरू होगा।
न्यूयॉर्क के दक्षिणी ज़िले के अमेरिकी अटॉर्नी ने गुप्ता के ख़िलाफ़ अतिरिक्त आरोप शामिल करने की माँग करते हुए अदालत में एक ‘मोशन इन लिमिन’ दायर किया था। अमेरिकी क़ानूनी व्यवस्था में, मुकदमे में विशिष्ट साक्ष्य या गवाही शामिल करने की अनुमति देने के लिए ‘मोशन इन लिमिन’ दायर किया जाता है।
वकील ने अदालत से अनुरोध किया है कि वह गुप्ता द्वारा पन्नून के अलावा अन्य व्यक्तियों की हत्या के लिए उकसाने के “साक्ष्य” को स्वीकार करे।
अमेरिकी सरकार इस बात के सबूत पेश करना चाहती है कि गुप्ता और विकास यादव ने सिख अलगाववादी आंदोलन के सदस्यों की हत्याओं सहित कई हत्याओं को अंजाम देने की एक बड़ी साजिश के तहत पन्नू को निशाना बनाया था। अमेरिकी आवेदन में कहा गया है कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का अधिकारी यादव उस समय भारत की बाहरी जासूसी एजेंसी – रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) में प्रतिनियुक्ति पर था।
आवेदन में कहा गया है, “(वे) कनाडा और नेपाल या पाकिस्तान में और हत्याओं की योजना बनाने में लगे हुए थे।” इसमें आगे कहा गया है कि गुप्ता और यादव ने मई 2023 की शुरुआत में या उसके आसपास मिलकर काम करना शुरू किया, जब यादव ने गुप्ता से पन्नून की हत्या और नेपाल या पाकिस्तान में एक अन्य व्यक्ति की हत्या की योजना बनाने को कहा। इसके बदले में यादव भारत में गुप्ता के खिलाफ एक आपराधिक मामले को खारिज करवाने में मदद करेगा।
इसमें गुप्ता पर नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी, अंतरराष्ट्रीय धन शोधन और क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी का भी आरोप लगाया गया है। अमेरिकी आवेदन में कहा गया है कि उसके पास सबूत हैं कि गुप्ता ने 2013 से 2023 तक नशीले पदार्थों और आग्नेयास्त्रों की तस्करी की।
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