लखनऊ, 12 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के संभल में गत 24 नवम्बर को हुई हिंसा मामले में शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने न्यायिक आयोग के समक्ष लखनऊ में पेश होकर अपना बयान दर्ज कराया।
संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने पत्रकारों को बताया कि आयोग ने शुक्रवार को उन्हें तलब किया था। सभी मसलों पर विस्तार से बात हुई है। जो भी विवेचना के साक्ष्य और जानकारी मांगी गई, उसे आयोग को दे दिया है। आयोग ने सारे बयानों को नोट कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि संभल हिंसा में कुल 12 एफआईआर लिखी गई थीं। उनमें छह को चार्जशीट किया गया है। छह के अंदर अभी बैलेस्टिक रिपोर्ट आ गई है। बैलेस्टिक रिपोर्ट के आधार पर चार्जशीट लगाई जाएगी।
जिस मामले में उन्हें बुलाया गया था वह षड्यंत्र का केस है। इसमें अन्य लोगों को बुलाकर उनके भी बयान लिए जाएंगे। अगर वे दोषी होंगे, तो उन्हें जेल भेजा जाएगा।
उन्होंने बताया कि बैलेस्टिक रिपोर्ट और क्राइम सीन कंस्ट्रक्शन रिपोर्ट आयोग के सामने पेश की गई हैं। इनका आयोग संज्ञान लेगा। घटना के दिन मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियों के भी बयान दर्ज किए जाएंगे जिनके कैमरे में घटना कैद है।
संभल हिंसा के लिए सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति देवेंद्र अरोड़ा की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग का गठन किया गया है। पूर्व पुलिस महानिदेशक ए.के. जैन और पूर्व आईएएस अमित मोहन प्रसाद इसके सदस्य हैं।
ज्ञात हो कि संभल की शाही जामा मस्जिद का दूसरे चरण का सर्वे 24 नवंबर को हुआ। इस दौरान हजारों की संख्या में इकट्ठा हुए लोगों ने पुलिस पर पथराव-फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। भीड़ ने गाड़ियों को फूंक दिया था। इस मामले में कई उपद्रवियों को जेल भेजा जा चुका है।
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