November 1, 2025
National

उत्तराखंड का लोकप्रिय पर्व इगास बग्वाल शनिवार को पूरे प्रदेश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।

Uttarakhand’s popular festival Igas Bagwal is being celebrated with great enthusiasm across the state on Saturday.

दीपावली के ठीक 11 दिन बाद एकादशी के दिन आने वाला यह पर्व उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति, परंपराओं, लोकगीतों और सामूहिक खुशी का प्रतीक है। लोग एक-दूसरे के घर जाते हैं, लोक नृत्य करते हैं, पारंपरिक भोजन बनाते हैं और बड़ों का आशीर्वाद लेते हैं। यह पर्व आपसी प्रेम और एकता को बढ़ाने वाला माना जाता है।

इस खास मौके पर पौड़ी गढ़वाल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सर्वेश पवार ने जिले के सभी लोगों और पूरे उत्तराखंडवासियों को इगास पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि इगास हमारी लोक संस्कृति और पहचान का अभिन्न हिस्सा है। इसे आपसी भाईचारा, सौहार्द और खुशी के साथ मनाना चाहिए।

एसएसपी पवार ने लोगों से अपील की कि पर्व के दौरान सुरक्षा और शांति बनाए रखना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है। उन्होंने सलाह दी कि पर्व को परंपरागत तरीके से मनाएं, अवैध पटाखों का इस्तेमाल बिल्कुल न करें और शराब से दूर रहें। साथ ही सड़क पर चलते समय सुरक्षा नियमों का पूरा पालन करें, जैसे हेलमेट पहनना, ओवरस्पीडिंग न करना और नशे में वाहन न चलाना।

उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन पर्व के दौरान पूरी तरह मुस्तैद है। किसी भी तरह की असामाजिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोगों से सहयोग की अपील करते हुए एसएसपी ने कहा कि अगर कहीं कोई समस्या दिखे तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दें।

इगास पर्व खासकर गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्र में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं, घरों में खास व्यंजन बनते हैं और शाम को लोकगीतों के साथ नाच-गाना होता है। कई जगहों पर सामुदायिक भोज का आयोजन भी होता है। यह पर्व न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक एकता का भी संदेश देता है।

पुलिस प्रशासन ने पर्व को शांतिपूर्ण बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। पौड़ी जिले में प्रमुख बाजारों, मंदिरों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए भी खास निर्देश दिए गए हैं।

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