वाराणसी, 28 मई । उत्तर प्रदेश के वाराणसी के चिरईगांव गांव के लोग तेंदुए के आतंक से खौफ के साए में जीने को मजबूर हैं। लोग दिन में भी अपने घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं। पूरा गांव सुनसान पड़ा है, दूर-दूर तक कोई इंसान नजर नहीं आ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि हमें इस बात का डर है कि अगर हम अपने घर से बाहर निकले तो तेंदुआ हमें अपना शिकार न बना ले। इसी वजह से हम अपने घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि हम घर नहीं, बल्कि किसी कैद में हैं। अब तक ये तेंदुआ तीन लोगों को घायल कर चुका है।
तेंदुए के आतंक की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की टीम गांव पहुंची। विभाग की टीम पिछले दो दिनों से तेंदुओं को पकड़ने में जुटी हुई है, लेकिन अभी तक उनका कुछ पता नहीं चला है। विभाग ने ग्रामीणों को आश्वस्त भी किया है कि आप लोग घबराइए मत, हम तेंदुओं को पकड़ लेंगे।
ग्राम प्रधान रमेश कुमार सोनकर ने आईएएनएस को बताया कि तेंदुओं के आतंक से गांव के लोग खौफ में हैं। हमने इस बारे में वन विभाग को सूचित किया है। विभाग की टीम तेंदुओं को खोजने में लगी हुई है, लेकिन अभी तक उसका कुछ पता नहीं चला है। कल रात में दिखा था, लेकिन वो पकड़ में नहीं आया है। अब जब तक उसे पकड़ नहीं लिया जाता, तब तक गांव के लोगों का डर के साए में रहना स्वाभाविक है। यही नहीं, अब तक इस तेंदुए के हमले से तीन लोग घायल भी हो चुके हैं। ऐसे में पता नहीं कि अब अगला नंबर किसका आ जाए। यही वजह है कि लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं।
गांव के निवासी कृष्णा प्रसाद बताते हैं कि हम खौफ में हैं। सभी अपने घर में रहते हैं। कोई बाहर नहीं निकलता है। जब से इस तेंदुए के हमले से तीन लोग घायल हुए हैं, तब से लोगों के बीच में यह डर और बढ़ गया है। गांव को पूरी तरह से घेर दिया गया है। वन विभाग की तरफ से उसे पकड़ने की लगातार कोशिश जारी है।
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