बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में पूरे देश में लगातार आवाज उठाई जा रही है। अलग-अलग राज्यों और शहरों में सामाजिक व धार्मिक संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन, रैलियां और ज्ञापन सौंपे जा रहे हैं।
इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की।
नोएडा में यह विरोध प्रदर्शन सेक्टर-21 स्थित नोएडा स्टेडियम से शुरू हुआ, जहां सुबह से ही वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ता एकत्रित होने लगे थे। कार्यकर्ताओं के हाथों में तख्तियां और बैनर थे, जिन पर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग लिखी हुई थी। इसके बाद यह जुलूस पैदल मार्च के रूप में जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) कार्यालय की ओर बढ़ा। मार्च के दौरान कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को मुखर रूप से सामने रखते नजर आए।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को लगातार निशाना बनाया जा रहा है और वहां धार्मिक आधार पर हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं। विहिप और बजरंग दल के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि मंदिरों पर हमले, घरों में तोड़फोड़ और हिंदुओं को डराने-धमकाने जैसी घटनाएं चिंता का विषय हैं।
उन्होंने भारत सरकार से मांग की कि वह इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाए और बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए ताकि वहां रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। प्रदर्शन के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए नोएडा पुलिस पूरी तरह मुस्तैद दिखाई दी। जुलूस के पूरे मार्ग पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं और प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया जा रहा है। यातायात को भी नियंत्रित किया गया ताकि आम जनता को कम से कम परेशानी हो।

