स्थानीय नेताओं की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में गांव के विकास को बढ़ाने के लिए भूमि संरक्षण, शिक्षा को प्राथमिकता देने तथा कृषि व्यवसायों को बढ़ावा देने के प्रस्ताव पारित किए गए। मुरथल गांव में अभ्युदय जन कल्याण न्यास के बैनर तले जामघाट पंचायत की बैठक आयोजित की गई, जिसमें ग्रामीण विकास एवं सामाजिक सुधार से संबंधित प्रमुख समस्याओं पर चर्चा की गई।
इस सत्र की अध्यक्षता गांव के सरपंच रामेश्वर अंतिल ने की, जबकि अभ्युदय जन कल्याण न्यास के अध्यक्ष डॉ. योगेंद्र मलिक मुख्य वक्ता थे।
डॉ. मलिक ने कहा कि देश की प्रगति के लिए ग्रामीण क्षेत्रों का विकास आवश्यक है। उन्होंने कहा कि देश का विकास तभी तेज हो सकता है जब ग्रामीण क्षेत्रों का विकास हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे विकास के लिए सामूहिक प्रयास और सकारात्मक सोच की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा, “इन क्षेत्रों में सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए कृषि आधारित व्यवसायों को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है।”
बैठक के दौरान, ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तीन महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। पहले प्रस्ताव में यह अनिवार्य किया गया है कि जब गांव में जमीन बेची जाए, तो उतनी ही जमीन कहीं और खरीदी जाए। इस पहल का उद्देश्य भूमि के संरक्षण और संतुलित उपयोग को सुनिश्चित करना है, ताकि भविष्य की पीढ़ियों को इसका लाभ मिल सके।
दूसरा प्रस्ताव शिक्षा पर केंद्रित था, जिसमें घोषणा की गई कि गांव में किसी भी बच्चे को स्कूल जाने से वंचित नहीं किया जाएगा। बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की गारंटी के लिए हर परिस्थिति में शिक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।
तीसरे प्रस्ताव का उद्देश्य पारंपरिक खेती के साथ-साथ कृषि व्यवसाय को बढ़ावा देना है। केवल कच्चे कृषि उत्पादों को बेचने के बजाय, कृषि से संबंधित व्यावसायिक उपक्रमों को बढ़ावा देने और मूल्य संवर्धन के प्रयास किए जाने पर सहमति बनी।
ये प्रस्ताव गांव के सतत विकास और सामाजिक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।