नई दिल्ली, 8 मई। दिल्ली में लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। 25 मई को छठे चरण में यहां पर चुनाव होगा। माना जा रहा है कि उस वक्त गर्मी अपने चरम पर होगी, जिसको देखते हुए चुनाव आयोग ने मुकम्मल इंतजामात करने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही साथ दिल्ली में मतदाताओं की संख्या भी बढ़ गई है। फर्स्ट टाइम वोटर्स के साथ-साथ महिला मतदाता प्रतिशत भी बढ़ गया है। ट्रांसजेंडर मतदाताओं को संख्या भी दोगुनी हो गई है।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी कृष्णमूर्ति ने कहा है कि 25 मई को दिल्ली में मतदान होगा और इसे लेकर हमने सारी तैयारियां की हैं। मतदान से पहले मतदान केंद्र तैयार हो जाएंगे, इस बार हमने मतदान केंद्रों पर और अधिक सुविधा करने की कोशिश की है। हीटवेव को देखते हुए पीने के लिए ठंडे पानी, वरिष्ठ नागरिकों के लिए पिकअप और ड्रॉप सेवाएं, मदद के लिए स्वयंसेवकों की व्यवस्था की गई है। पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की अतिरिक्त संख्या में तैनाती की जाएगी।
उन्होंने बताया है कि दिल्ली में 2,627 स्थानों पर 13,637 और 4 सहायक (2,891 महत्वपूर्ण) मतदान केंद्रों के साथ 70 गुलाबी बूथ भी स्थापित किए जाएंगे, जिन्हें केवल महिला अधिकारी ही संभालेंगी। इसके साथ ही इसी तरह 70 मॉडल मतदान केंद्र भी बनाए जाएंगे।
लोकसभा चुनाव में एक लाख से अधिक मतदान कर्मी लगाए जाएंगे। इसके अलावा, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 46 टुकड़ियां, 78,578 दिल्ली पुलिसकर्मी और 19,000 होम गार्ड दिल्ली के सभी मतदान केंद्रों पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात किए जाएंगे।
चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए 6,833 मतदान केंद्रों की वेबकास्ट के माध्यम से मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय और जिला चुनाव अधिकारियों द्वारा सीधी निगरानी की जाएगी।
उन्होंने बताया है कि अगर पिछली बार की तुलना करें तो इस बार दिल्ली में मतदाताओं की संख्या बढ़ गई है। 2019 में जहां पर मतदाताओं की संख्या लगभग एक करोड़ 43 लाख थी, वहीं पर 2024 में मतदाता की संख्या लगभग एक करोड़ 52 लाख हो गई है। इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 82,12,794 और महिला मतदाताओं को संख्या 69,87,914 है।
इसके साथ-साथ फर्स्ट टाइम वोटर्स की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है। इस बार पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 2,52,038 लाख होगी। यह संख्या बीते 5 सालों में सबसे ज्यादा होगी।
महिलाओं की भागीदारी पर उन्होंने बताया है कि 2019 में जहां पर महिला मतदाता का शेयर 818 था वहां पर 2024 में महिला मतदाता शेयर बढ़कर 851 हो गया है। 2019 में ट्रांसजेंडर मतदाता 669 थे, वह अब 2024 में बढ़कर 1228 हो गए हैं।