देवघर, 20 नवंबर । झारखंड विधानसभा चुनाव में 20 नवंबर को दूसरे चरण के तहत 38 सीटों पर वोट डाले गए। वोटिंग को लेकर मतदाताओं में जागरूकता देखने को मिली।
सुबह से ही मतदान केंद्रों पर वोटरों की भारी भीड़ देखने को मिली। महिलाएं जो आमतौर पर घर का कामकाज निपटाने के बाद वोट डालने के लिए आती हैं, वह भी सुबह-सुबह वोट डालने के लिए पहुंची।
वोट डालने के बाद एक महिला वोटर ने कहा कि वोट डालने के बाद बेहद खुशी हो रही है। चुनाव में सभी को यह अधिकार मिला है कि वह अपने मत का प्रयोग करें। मैंने आज अपने मत का प्रयोग किया है।
एक पुरुष मतदाता ने कहा है कि 20 साल से मतदान कर रहे हैं। यह हमारा अधिकार है। मैं चुनाव में अपने अधिकार का इस्तेमाल जरूर करता हूं।
एक अन्य वोटर ने कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व में मैं विकास को ही मुख्य मुद्दा मानता हूं। झारखंड में मैंने विकास के नाम पर वोट किया है।
चुनाव के दौरान ड्यूटी में पक्षपात के आरोप में झारखंड में दो पोलिंग अफसरों के खिलाफ एक्शन भी लिया गया। इनमें एक देवघर के पीठासीन अधिकारी हैं, उन्हें ड्यूटी से हटा दिया गया है। इन्हें वोट कास्टिंग कंपार्टमेंट के निकट पाया गया। वहीं दूसरे मधुपुर के पीठासीन अधिकारी हैं जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उन्हें हिरासत में लिया गया है।
झारखंड में दूसरे और अंतिम चरण में 12 जिलों की 38 सीटों पर कुल मिलाकर 14 हजार 219 मतदान केंद्रों पर वोट डाले गए। इनमें 31 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां शाम चार बजे तक ही मतदान किया गया। अन्य सीटों पर शाम पांच बजे तक वोट डाले गए।
मतदान केंद्रों और पोलिंग पार्टियों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 585 कंपनी, जैप (झारखंड आर्म्ड फोर्स) की 60 कंपनी के अलावा जिला बल और होमगार्ड के 30 हजार जवानों को तैनात किया गया था। इस चरण में कुल 528 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिनकी किस्मत तय करने की जिम्मेदारी कुल 1 करोड़ 23 लाख 58 हजार 195 मतदाताओं पर है।
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