भारत के नए उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान मंगलवार को नई दिल्ली स्थित नए संसद भवन में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए प्रत्याशी और महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और इंडिया ब्लॉक के प्रत्याशी, पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज बी सुदर्शन रेड्डी के बीच मुकाबला है।
यह चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति भी होते हैं, जो संसद के कामकाज में अहम भूमिका निभाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहला वोट डालेंगे। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और राम मोहन नायडू के साथ-साथ शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे को इस चुनाव प्रक्रिया के लिए आधिकारिक एजेंट नियुक्त किया गया है।
वोटों की गिनती शाम 6 बजे शुरू होगी और देर शाम परिणाम घोषित किए जाने की उम्मीद है।
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में 781 सदस्य होते हैं, जिनमें लोकसभा के 542 निर्वाचित सदस्य और राज्यसभा के 239 सदस्य (233 निर्वाचित और 12 मनोनीत, दोनों सदनों में 6 रिक्तियां) शामिल हैं। सभी वोटों का मूल्य समान होता है और संसदीय प्रक्रिया के अनुसार वोटिंग गुप्त मतदान के माध्यम से होती है। जीत दर्ज करने के लिए 391 वोटों की बहुमत की जरूरत होती है।
संसद के मानसून सत्र के पहले दिन 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति का पद खाली हो गया था। उनके अप्रत्याशित इस्तीफे से उच्च सदन में नेतृत्व का अभाव पैदा हो गया था, जिससे आज का चुनाव विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो गया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह एक कड़ा मुकाबला होगा, लेकिन एनडीए को दोनों सदनों की संयुक्त संख्या में बढ़त है। फिर भी, सबकी नजर संभावित क्रॉस-वोटिंग और अंतिम परिणाम पर टिकी है।