पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक का आज बिलासपुर पहुंचने पर 100 से अधिक स्वयंसेवकों के साथ विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। ‘दिल्ली चलो पदयात्रा’ पर निकले वांगचुक ने केंद्र सरकार से चार सूत्री एजेंडे पर लद्दाख के नेतृत्व के साथ रुकी हुई बातचीत को फिर से शुरू करने का आग्रह किया।
‘दिल्ली चलो पदयात्रा’ का आयोजन लेह एपेक्स बॉडी द्वारा कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस के साथ मिलकर उनकी मांगों के समर्थन में किया जा रहा है, जिसमें लद्दाख के लिए राज्य का दर्जा, संविधान की छठी अनुसूची का विस्तार, लद्दाख के लिए लोक सेवा आयोग की स्थापना के साथ शीघ्र भर्ती और लेह तथा कारगिल जिलों के लिए अलग लोकसभा सीटें शामिल हैं।
वांगचुक ने कहा कि यह एक जनांदोलन है और सरकार को बिना किसी हिचकिचाहट के लद्दाखियों की मांगों को पूरा करना चाहिए। उन्होंने कहा, “हम पाकिस्तान और चीन के साथ सीमा साझा करते हैं, लेकिन मैं अपने देश को बताना चाहता हूं कि भारतीयों को लद्दाख के लोगों पर गर्व होना चाहिए जो देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने के लिए तैयार हैं।”
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश से होते हुए दिल्ली तक की उनकी पदयात्रा में और भी लोग शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि केंद्र सरकार लद्दाखियों की जायज मांगों को पूरा करेगी।
अर्धनारीश्वर सामाजिक संगठन के अध्यक्ष बिजली महंत ने वांगचुक के साथ आए स्वयंसेवकों के लिए एक लोकप्रिय बिलासपुरी धाम का आयोजन किया। संगठन ने उनकी आगे की यात्रा के लिए फल और अन्य खाद्य सामग्री भी दी।
‘दिल्ली चलो पदयात्रा’ का आयोजन लेह एपेक्स बॉडी द्वारा कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस के साथ मिलकर उनकी मांगों के समर्थन में किया जा रहा है, जिसमें लद्दाख के लिए राज्य का दर्जा, संविधान की छठी अनुसूची का विस्तार, लद्दाख के लिए लोक सेवा आयोग की स्थापना के साथ शीघ्र भर्ती और लेह तथा कारगिल जिलों के लिए अलग लोकसभा सीटें शामिल हैं।