नई दिल्ली, 9 अगस्त। लोकसभा में गुरुवार को केंद्र की मोदी सरकार ने वक्फ अमेंडमेंट बिल पेश किया। इस दौरान लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने जोरदार हंगामा किया। इस बिल को जेपीसी में भेजा गया है। इस पर हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बिल को जेपीसी में भेजा गया है, वहां क्या होगा, क्या मालूम।
ओवैसी ने कहा, जेपीसी स्पीकर सर के द्वारा बनाया जाएगा। उसमें कौन-कौन सदस्य होंगे। इस बारे में अभी कहना थोड़ी जल्दबाजी होगी। हालांकि, उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि वक़्फ़ अमेंडमेंट बिल, 2024 मुल्क को बांटने के लिए लाया गया है, जोड़ने के लिए नहीं, आप मुसलमानों के दुश्मन हैं, यह बिल इस बात का सबूत है। उन्होंने लोकसभा में अपने भाषण की एक क्लिप भी सोशल मीडिया पर शेयर की।
लोकसभा में केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने वक़्फ़ अमेंडमेंट बिल पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 1954 में यह एक्ट लाया गया, इसके बाद कई संशोधन किए गए। फिर लोकसभा में क्यों इतना हंगामा किया जा रहा है। मुझे बहुत खुशी मिल है कि एक नॉन मुस्लिम होते हुए मुसलमानो के वेलफेयर के लिए ये बिल पेश करने का मौका मिल रहा है।
मैं पूछना चाहता हूं कि क्या किसी मंत्रालय को संभालने व बिल को पेश करने के लिए किसी एक विशेष जाति वर्ग का होना जरूरी है। रिजिजू ने कहा कि वक्फ प्रॉपर्टी की जो भी इनकम होगी, वो सिर्फ मुसलमान कम्युनिटी के वेलफेयर के लिए ही खर्च होगी। अब जो नया सेंट्रल वक्फ काउंसिल और स्टेट वक्फ बोर्ड होगा, इसमें मुस्लिम महिलाओं का रिप्रेजेंटेशन अनिवार्य हो गया है। वक्फ अमेंडमेंट बिल पहली बार इस सदन में पेश नहीं किया जा रहा है, जिनको हक नही मिला है, उनको हक देने के लिए ये बिल लाया गया है।
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