मंडी, 21 जून स्थानीय शीतला माता मंदिर के पास स्थित बावड़ी में पेयजल की खराब गुणवत्ता की शिकायतों के बाद, मंडी नगर निगम ने जल स्रोत को साफ करने के लिए कदम उठाए हैं, साथ ही निवासियों से अगले आदेश तक स्रोत से पानी का उपयोग न करने का आग्रह किया है।
नगर निगम और जल शक्ति विभाग ने कल बावड़ी का संयुक्त निरीक्षण किया। जल शक्ति विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार इस विशेष स्रोत का पानी मानव उपभोग के लिए अनुपयुक्त पाया गया।
इन निष्कर्षों के आलोक में, नगर निगम ने बावड़ी के पानी को पीने योग्य बनाने के लिए ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव सहित सफाई और उपचार के उपाय किए। हालांकि, नगर निगम के मेयर वीरेंद्र भट्ट ने निवासियों से एक एडवाइजरी जारी कर आग्रह किया है कि वे पानी की गुणवत्ता पर अगली रिपोर्ट मिलने तक बावड़ी के पानी का उपयोग पीने के लिए न करें।
इस बीच, जागृति अस्पताल के पास स्थित एक अन्य बावड़ी पर एक रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि इस स्रोत से पीने का पानी आवश्यक मानकों को पूरा करता है।
पानी की कमी को लेकर चल रही चिंताओं के बीच यह आश्वासन निवासियों के लिए राहत की बात है। नगर निगम ने क्षेत्र में सभी पेयजल स्रोतों की सफाई और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। महापौर ने समुदाय से अपील की है कि वे स्वच्छता प्रथाओं को प्राथमिकता दें और प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण के प्रति सतर्क रहें।
नगर निगम ने निवासियों को जागरूक रहने तथा नगर पालिका में पेयजल की गुणवत्ता को बनाए रखने और सुधारने के लिए चल रही पहलों में सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया है, जिससे पर्यावरण संरक्षण और सार्वजनिक स्वास्थ्य संरक्षण के प्रति सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर दिया जा सके।