फरीदाबाद, 19 फरवरी
फरीदाबाद मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (FMDA) ने बारिश के पानी के संरक्षण और जल स्तर को बढ़ाने के लिए यहां तिलपत क्षेत्र में लगभग 100 एकड़ में एक जलाशय का प्रस्ताव दिया है। यह जिले की पहली बड़ी जल संचयन परियोजना है।
एफएमडीए के एक अधिकारी ने कहा, ‘यह क्षेत्र यमुना के पास स्थित है। इस परियोजना में जलभराव और बाढ़ की संभावना वाले क्षेत्रों में विशेष तालाबों और पानी की टंकियों के निर्माण की परिकल्पना की गई है।” एक सूत्र ने कहा कि इस परियोजना पर करीब 200 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि जमीन का इस्तेमाल शूटिंग रेंज के रूप में किया जा रहा था और योजना को रक्षा मंत्रालय से औपचारिक मंजूरी के बाद लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ के पानी के संरक्षण का निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि कम पानी के मौसम के दौरान पानी की आपूर्ति के भरोसेमंद स्रोत सुनिश्चित करने की आवश्यकता थी। इस परियोजना से जल स्तर को रिचार्ज करने की उम्मीद है, जो 60 फीट से नीचे गिर गया है, और बाढ़ को नियंत्रित करेगा।
450 एमएलडी की पानी की मांग के मुकाबले शहर को केवल 325 मिलियन लीटर प्रति दिन (एमएलडी) प्राप्त होता है। इसे यमुना के पास काम कर रहे रैनी कुओं और लगभग 1,500 पानी के नलकूपों से पानी की आपूर्ति होती है।
एफएमडीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘जलाशय के लिए जमीन की पहचान कर ली गई है, आधिकारिक औपचारिकताएं पूरी होने के बाद परियोजना पर काम शुरू होने की उम्मीद है।’