उपमुख्यमंत्री और जल शक्ति विभाग (जेएसडी) और परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज कहा कि नालागढ़ क्षेत्र में 70 प्रतिशत जल संसाधन पहले ही उपयोग में आ चुके हैं और मुश्किल से 30 प्रतिशत ही भावी पीढ़ियों के लिए बचा है, जो चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि बड़े औद्योगिक घरानों ने भूजल खोज के लिए 10 से 15 कनेक्शन लिए हैं, उन्हें अपनी व्यवस्था करनी चाहिए और जल स्रोतों को फिर से भरने के प्रयास करने चाहिए।
पानी के स्तर में भारी कमी पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि लगभग सभी प्राकृतिक संसाधन सूख चुके हैं और औद्योगिक क्षेत्र में पानी की आपूर्ति बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता है। उन्होंने आज बद्दी के ठाणा गांव में 12.50 करोड़ रुपये की जलापूर्ति योजनाओं का उद्घाटन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “यह विडंबना है कि स्थानीय लोग पर्याप्त पेयजल से वंचित हैं, जबकि कुछ लोग पानी बेचकर सौदा कर रहे हैं।”
अग्निहोत्री ने जेएसडी अधिकारियों को सभी घरों में पाइप से पानी पहुंचाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “इस औद्योगिक क्षेत्र में खड्डों का चैनलाइजेशन सालों पहले ही हो जाना चाहिए था। चूंकि लोग अब इन इलाकों में रह रहे हैं, इसलिए खड्डों को अब चैनलाइज नहीं किया जा सकता है।”
उपमुख्यमंत्री ने विपक्ष के निशाने पर आए दून विधायक रामकुमार चौधरी का समर्थन करते हुए कहा कि उनके पिता लज्जा राम जो पूर्व विधायक हैं, बद्दी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। दून विधायक रामकुमार चौधरी की मांग को स्वीकार करते हुए अग्निहोत्री ने बद्दी में आधुनिक बस स्टैंड के निर्माण के अलावा जेएसडी विश्राम गृह के निर्माण की घोषणा की।
उन्होंने अधिकारियों को बुघार कनैता तथा आस-पास के क्षेत्रों के लिए सिंचाई योजना तैयार करने तथा भटोली खुर्द की जल समस्या का शीघ्र समाधान करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर नालागढ़ के विधायक हरदीप बावा भी उपस्थित थे।
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