पालघर, 30 अगस्त । महाराष्ट्र के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुंबई से लगभग 130 किलोमीटर दूर पालघर में लगभग 76,000 करोड़ रुपये की वधावन बंदरगाह परियोजना की आधारशिला रखेंगे, जो इस क्षेत्र के विकास में एक नए युग की शुरुआत करेगी।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी लगभग 1,560 करोड़ रुपये की 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का भी उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिससे मछुआरा समुदाय को बड़ा लाभ होगा। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पीएम मोदी का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। पीएम मोदी के इस दौरे को लेकर आईएएनएस ने कुछ स्थानीय लोगों से बात की।
प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर संतोष पाटिल ने कहा, “वधावन बंदरगाह बनने के बाद यह क्षेत्र दूसरी मुंबई बन जाएगा। हमारे क्षेत्र में बड़ी संख्या में आदिवासी रहते हैं। यह बहुत पिछड़ा हुआ क्षेत्र है। लेकिन अब यहां रोजगार पैदा होगा। पीएम मोदी ने कहा है कि यहां 12 लाख लोगों को नौकरी मिलेगी। हमारे जिले को आदिवासी क्षेत्र कहा जाता है, लेकिन अब इस बंदरगाह की वजह से हमारे इलाके का विकास होगा और यह क्षेत्र प्रगति की ओर बढ़ेगा।”
दिनेश पांडे का कहना है कि वधeवन बंदरगाह बनने के बाद पालघर का नक्शा पूरी तरह से बदल जाएगा। उन्होंने कहा, “हम इस प्रोजेक्ट से बहुत खुश हैं, क्योंकि इससे पालघर में एक और मुंबई खड़ी हो जाएगी। इस प्रोजेक्ट से लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा, उद्योग और धंधे बढ़ेंगे, ट्रांसपोर्ट का कारोबार भी बढ़ेगा। यह रोजगार के लिहाज से बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है। पालघर के लोगों के लिए आज बहुत खुशी का दिन है, और आने वाले समय में हम अपने भविष्य को नया आयाम देंगे। हमारी यह भी मांग है कि आने वाले दिनों में यहां एयरपोर्ट बनाया जाए, जिससे यह क्षेत्र और भी विकसित हो सके।”
वधावन बंदरगाह परियोजना का मुख्य उद्देश्य एक विश्व स्तरीय समुद्री प्रवेश द्वार स्थापित करना है, जो बड़े कंटेनर जहाजों की ज़रूरतों को पूरा करते हुए समुद्र के तटीय तल को गहरा बनाकर तथा अतिविशाल मालवाहक जहाजों को समायोजित करके देश के व्यापार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। वधावन बंदरगाह भारत की समुद्री कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा और देश के व्यापारिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।