नई दिल्ली, 25 जून । केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने एक बार फिर से विपक्षी दलों से अपील की है कि परंपरा के मुताबिक, लोकसभा अध्यक्ष का चयन सर्वसम्मति से और निर्विरोध होना चाहिए।
किरेन रिजिजू ने विपक्षी दलों से परंपरा का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि पिछले दो दिनों से हमने लगातार लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर विपक्ष के प्रमुख दलों से संपर्क किया, उनके फ्लोर लीडर्स से बात की। परंपरा के मुताबिक स्पीकर के पद पर चुनाव नहीं होता है। हम चाहते हैं कि इस बार भी सर्वसम्मति से निर्विरोध लोकसभा अध्यक्ष चुना जाए।
केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि आज कांग्रेस के नेता, उनके सहयोगी और एनडीए के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और एनडीए गठबंधन के सहयोगी दलों के नेता भी मौजूद रहे। उस बैठक में कांग्रेस ने कहा कि वह स्पीकर के लिए समर्थन देंगे, लेकिन पहले डिप्टी स्पीकर का पद उनको देने का ऐलान किया जाए।
उन्होंने कहा कि सरकार यह मानती है कि लोकसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष, दोनों के चुनाव की प्रक्रिया अलग-अलग होती है, दोनों का चुनाव एक साथ नहीं होता है। स्पीकर का चुनाव पहले होता है और डिप्टी स्पीकर का चुनाव बाद में होता है तो दोनों को साथ मिलाना, यह सही नहीं है। इसमें शर्त लगाना ठीक नहीं है।
किरेन रिजिजू ने कहा कि उनके पास संख्या बल है, लेकिन विपक्ष से सर्वसम्मति से निर्विरोध लोकसभा अध्यक्ष का चयन करने के लिए वे अपील करते हैं कि बुधवार को विपक्ष लोकसभा स्पीकर को लेकर अपना प्रस्ताव सदन में पेश नहीं करे।
इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए होने वाली चुनाव की तैयारियों को लेकर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, भूपेंद्र यादव, प्रल्हाद जोशी, अर्जुन राम मेघवाल, धर्मेंद्र प्रधान और अन्य मंत्रियों के साथ बैठक करके रणनीति भी तैयार की।