पंजाब में मंगलवार को हल्की बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई। इसके कारण ठंड फिर बढ़ गई है। हवा भी आठ किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चली। नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में बदलाव आया है।
मौसम विभाग ने बुधवार को बादल छाए रहने और गुरुवार को फिर बारिश होने का अनुमान जताया है। आने वाले दिनों में मौसम ऐसा ही रहेगा। रविवार को मौसम फिर से साफ रहने की उम्मीद है। सोमवार को शहर का अधिकतम तापमान 23 डिग्री रहा। जबकि मंगलवार को यह गिरकर 19 डिग्री पर आ गया।
अगर आने वाले दिनों में बारिश होती है तो यह रबी फसलों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी। गौरतलब है कि हाल ही में तापमान में हुई अचानक वृद्धि ने रबी फसलों के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। गेहूं सहित कई फसलों के उत्पादन में गिरावट का अनुमान लगाया गया था।
हालाँकि इस दौरान थोड़ी बारिश भी हुई। आने वाले दिनों में बारिश का भी अनुमान है, जिससे फसल उत्पादन में गिरावट का खतरा काफी कम हो गया है। लेकिन यदि ओलावृष्टि और तेज हवाएं चलें तो वे खड़ी फसलों के लिए चुनौती बन सकती हैं।
ऐसे में किसानों को उम्मीद है कि बारिश से फसलों को फायदा होगा, क्योंकि गर्म मौसम का गेहूं उत्पादन पर नकारात्मक असर पड़ने की संभावना थी। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ एक प्रकार की मौसम प्रणाली है जो उत्तर-पश्चिम दिशा से आती है। यह एक जटिल मौसम प्रणाली है जो उच्च दबाव क्षेत्र और निम्न दबाव क्षेत्र के बीच के अंतर से उत्पन्न होती है।
जब पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होता है, तो आमतौर पर बारिश और तेज हवाएं चलती हैं। इसके साथ ही, डॉ. अजय अबरोल के अनुसार पिछले कुछ दिनों से मौसम में बदलाव आया है। दिन में तापमान अधिक तथा रात में कम होता है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही भी सेहत बिगाड़ सकती है। इस मौसम में संक्रमण फैलने का खतरा अधिक होता है।
इन दिनों सर्दी, खांसी, सांस लेने में दिक्कत, गले में खराश, सिरदर्द, वायरल बुखार आदि आपको परेशान कर सकते हैं। जो लोग पहले से बीमार हैं या जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है, वे इससे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। इस मौसम के आक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतना आवश्यक है।