पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के उत्तरपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की विधायक और बंगाली फिल्म अभिनेता कंचन मल्लिक के खिलाफ जनता का आक्रोश सड़कों पर उतर आया है। कई क्षेत्रों में उनके लापता होने के पोस्टर लगाए गए हैं।
दरअसल, कोन्नगर और नबाग्राम इलाकों में कई जगहों पर उनके नाम से ‘लापता’ पोस्टर चस्पा किए गए हैं, जिनमें लिखा है, “उत्तरपाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक कंचन मल्लिक का पता नहीं चल पा रहा है। अगर किसी को वह मिल जाए तो कृपया हमें बताएं।” एक अन्य पोस्टर में सवाल उठाया गया है, “आप विधायक हैं। आप लोगों का दर्द कब सुनेंगे?” पोस्टर लगाने वाले का अभी कुछ पता नहीं चला है। पुलिस इसकी जांच में जुटी है।
भाजपा नेता प्रणय रॉय ने कहा, “आज लोग पोस्टर लगाने के लिए मजबूर हैं। यह सरकार की विफलता का प्रमाण है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी विधायक जनता की परेशानियों से दूर भाग रहे हैं। कोतरंग उत्तरपाड़ा नगर पालिका के एक सदस्य, जो टीएमसी के टिकट पर ही चुनाव जीते थे, ने कुछ दिन पहले कहा था कि कंचन मल्लिक क्षेत्र में उपलब्ध ही नहीं हैं। प्रमाण पत्र या अन्य सहायता के लिए लोगों को पड़ोसी विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों के पास जाना पड़ रहा है।
स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा भी पोस्टर्स का एक बड़ा कारण लग रही है। उत्तरपाड़ा महामाया अस्पताल में ‘स्वास्थ्य साथी कार्ड’ होने के बावजूद इलाज का खर्च निजी अस्पतालों जितना ही है।
बता दें कि यह विवाद कोई नया नहीं है, बल्कि 2021 में उत्तरपाड़ा से विधायक चुने जाने के बाद से कंचन मल्लिक पर अनुपस्थिति के आरोप लगते रहे हैं। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले, सेरामपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद ने चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें अपनी कार से उतार दिया था, क्योंकि महिलाएं उनकी मौजूदगी पर कड़ी प्रतिक्रिया दे रही थीं।
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