मुल्तान, वेस्टइंडीज ने 34 साल बाद पाकिस्तान में टेस्ट मैच जीतने का इतिहास रच दिया और इसमें जमेल वॉरिकन ने दूसरी पारी में शानदार गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट लेकर अहम भूमिका अदा की। इसके साथ ही सोमवार को मुल्तान क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए सीरीज के दूसरे और आखिरी मैच में वेस्टइंडीज ने 120 रन से जीत दर्ज की।
पाकिस्तान ने तीसरे दिन 244 रनों का पीछा करते हुए 76/4 से आगे खेलना शुरू किया, लेकिन वॉरिकन, सिंक्लेयर और गुडाकेश मोती की घातक गेंदबाजी के सामने 44 ओवरों में 133 रनों पर ढेर हो गई। यह जीत वेस्टइंडीज की पाकिस्तान में 1990 के बाद पहली टेस्ट जीत थी।
वॉरिकन ने चौथी पारी में 5-27 के आंकड़े के साथ मैच खत्म किया और सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने। उन्होंने पूरे मैच में 9-70 के शानदार आंकड़े हासिल किए और वेस्टइंडीज ने इस जीत से दो मैचों की सीरीज बराबर कर ली।
तीसरे दिन वेस्टइंडीज की जीत की उम्मीदें तब मजबूत हुईं, जब साउद शकील सिंक्लेयर की घूमती गेंद पर पहली स्लिप में कैच दे बैठे। अगले ही ओवर में वॉरिकन ने काशिफ अली को आउट कर पाकिस्तान को बड़ी मुसीबत में डाल दिया।
मोहम्मद रिजवान और सलमान अली आगा ने थोड़ी देर तक टिककर 39 रनों की साझेदारी की, लेकिन वॉरिकन ने एक नीची रहती गेंद से सलमान को एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया। फिर उन्होंने रिजवान को बोल्ड किया, और मोती ने नोमान अली को मिड-ऑफ पर कैच आउट कराया।
इसके बाद वॉरिकन ने वापस आकर साजिद खान को आउट किया और अपनी मशहूर “थाई-फाइव” सेलिब्रेशन की। उन्होंने इस सीरीज में कुल 19 विकेट लेकर शानदार प्रदर्शन किया। उन्हें मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी और सीरीज का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया, क्योंकि उनकी गेंदबाजी ने वेस्टइंडीज को यादगार जीत दिलाई।
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए पाकिस्तान के दौरे पर आई थी। पाकिस्तान ने पहला टेस्ट मैच 127 रनों से जीता था।
उल्लेखनीय है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में इस बार ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की टीमें पहुंची हैं।