नरवाना और आस-पास के गांवों के स्थानीय लोग किराने का सामान खरीदने के लिए मुख्य सब्जी मंडी में आते हैं, लेकिन वहां की स्थिति दयनीय है। जाम नालियां, ढक्कन रहित मैनहोल, फेंके गए डिब्बे, बहता हुआ सीवेज, रुका हुआ पानी और सड़ी हुई फसल पर मवेशियों का झुंड मंडी में आम तौर पर दिखने वाली कुछ चीजें हैं, जिससे जंगली कुत्तों और सांडों की मौजूदगी के बीच यहां आना खतरे से भरा हो जाता है। सफाई की कमी के कारण कई लोगों ने मंडी में आना ही बंद कर दिया है। मार्केट कमेटी के सफाई कर्मचारियों को इस मुद्दे पर गौर करना चाहिए और पूरे इलाके में उचित सफाई बनाए रखने के लिए प्रभावी उपाय करने चाहिए। रमेश गुप्ता, नरवाना
ऐतिहासिक गांव में गंदी नागरिक स्थितियां व्याप्त हैं शहर के बिल्कुल बीचोंबीच (सेक्टर 8) में बसा सीही गांव स्थानीय प्रशासन की उदासीनता का शिकार बन गया है। गांव में खराब नागरिक स्थितियां, जैसे ओवरफ्लो और चोक सीवेज, टूटी सड़कें, पानी और बिजली की खराब आपूर्ति, गांव के लिए अभिशाप बन गई हैं, जबकि यह गांव प्रसिद्ध ऐतिहासिक कवि संत सूरदास की जन्मस्थली है। नागरिक बुनियादी ढांचे के रखरखाव और रखरखाव के लिए नागरिक अधिकारियों की कथित विफलता ने निवासियों को दयनीय परिस्थितियों में रहने के लिए मजबूर कर दिया है। इस संबंध में तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए और अधिकारियों और निर्वाचित प्रतिनिधियों की जवाबदेही की जांच की जानी चाहिए। सुमित गौड़, फरीदाबाद
झज्जर निवासियों को मिल रही दूषित जलापूर्ति झज्जर के हरिपुरा मोहल्ले के लोगों को कई दिनों से दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है। पानी न केवल गंदा है, बल्कि बदबूदार भी है। इसे पीने के बाद कई लोग बीमार पड़ चुके हैं, जबकि कई लोगों को या तो साफ पानी खरीदना पड़ रहा है या फिर दूसरी जगहों से लाना पड़ रहा है। संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करना चाहिए, ताकि लोगों को साफ और सुरक्षित पेयजल मिल सके। अशोक, झज्जर
क्या कोई नागरिक मुद्दा आपको परेशान कर रहा है? क्या आप चिंता की कमी से परेशान हैं? क्या कोई ऐसी खुशी की बात है जिसे आपको उजागर करने की ज़रूरत है? या कोई ऐसी तस्वीर जो आपके हिसाब से सिर्फ़ आपको ही नहीं, बल्कि कई लोगों को देखनी चाहिए?