हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, संजौली में सड़कों के किनारे कूड़ा फेंका जा रहा है। यह कूड़ा काफी समय से हटाया नहीं गया है, जो चिंता का विषय है। इससे कई तरह की बीमारियाँ फैल सकती हैं और कूड़ा-कचरा इधर-उधर बिखरा रहने से दूसरे लोग भी कूड़ा-कचरा डालने के लिए प्रेरित हो सकते हैं। संबंधित अधिकारियों को उन लोगों पर नज़र रखनी चाहिए जो बेतरतीब ढंग से कूड़ा फेंकते हैं और उन पर जुर्माना लगाना चाहिए।
सोलन के दोहरी दावल के पास एक रिटेनिंग वॉल जो पिछले साल बरसात के दौरान टूट गई थी, लगातार धंस रही है और गिरने के कगार पर है। अगर इसे ठीक नहीं किया गया तो भविष्य में बड़ी दुर्घटना हो सकती है। इसे जल्द से जल्द ठीक किया जाना चाहिए।
शिमला में चलने वाली ज़्यादातर लोकल बसें भीड़ से भरी होती हैं। इस वजह से लोगों, ख़ासकर बुज़ुर्गों को इन बसों में चढ़ने में काफ़ी परेशानी होती है। भीड़ के कारण लोगों को घुटन महसूस होती है, जो बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए ठीक नहीं है। संबंधित अधिकारियों को बस ऑपरेटरों को निर्देश देना चाहिए कि वे बसों में भीड़भाड़ न होने दें