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कभी आरजे रहे आयुमान खुराना ने जब अपनी मेहनत से अपना पूरा करियर ही बदल डाला

When Ayuman Khurana, who was once an RJ, changed his entire career with his hard work.

नई दिल्ली, 14 सितंबर । साल 2019 में एकता कपूर के बैनर तले एक फिल्म आई थी। फिल्म का नाम था ‘ड्रीम गर्ल’। फिल्म का निर्देशन किया था राज शांडिल्य ने।

फिल्म में मुख्य भूमिका में थे अभिनेता आयुष्मान खुराना। फिल्म में आयुष्मान खुराना पूजा और जुबैदा के नाम से महिलाओं की आवाज में प्यार-मोहब्बत की बातें कर उनका बिल बढ़ाकर अपने मालिक का फायदा कराते हुए दिखते हैं।

फिल्म की खासियत आयुष्मान खुराना की महिला की मदहोश करती आवाज में बात करने की कला होती है। उनकी इस कला की वजह से फिल्म सुपर-डुपर हिट होकर 200 करोड़ रुपए से ज्यादा का कलेक्शन कर गई।

इस फिल्म में आयुष्मान खुराना की एक्टिंग ने उन्हें एक बड़े और सफलतम एक्टर की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया।

एक रेडियो जॉकी के रूप में अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले आयुष्मान खुराना ने बॉलीवुड में सफलता का झंडा गाड़ दिया।

2012 में आयुष्मान खुराना ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘विक्की डोनर’ से की थी। इस फिल्म ने स्पर्म डोनेशन जैसे अनूठे विषय को इतनी शालीनता से दिखाया कि फिल्म के साथ-साथ आयुष्मन को भी खूब सुर्खियां मिली।

आयुष्मान की एक्टिंग और फिल्म में उनके गाए गाने “पानी दा रंग” ने उन्हें विशेष पहचान दिला दी। अपनी शानदार शुरुआत के लिए उन्होंने फिल्मफेयर अवार्ड्स में बेस्ट मेल डेब्यू और बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर का पुरस्कार भी मिला।

हालांकि, ‘विक्की डोनर’ के बाद उनकी कुछ फिल्में जैसे ‘नौटंकी साला’, ‘बेवकूफियां’, और ‘हवाईजादा’ बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही। लेकिन आयुष्मान ने ‘दम लगा के हईशा’, ‘बरेली की बर्फी’, ‘बधाई हो’, ‘ड्रीम गर्ल’, ‘बाला’, और ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ जैसी फिल्मों में अपनी बहुमुखी प्रतिभा से दर्शकों और आलोचकों की खूब तालियां बटोरी।

आयुष्मान के फिल्म की खासियत रही कि वह एक संदेश प्रधान फिल्मों के साथ पर्दे पर नजर आते रहे। भले ही फिल्में छोटी बजट की क्यों ना रही हों लेकिन आयुष्मान के अभिनय ने फिल्म के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन को खूब बढ़ाया।

उन्होंने अपना करियर बतौर रेडियो जॉकी और एंकर के तौर पर शुरू किया था। लेकिन उन्हें दुनिया में पहचान मिली 2004 में एमटीवी के शो रोडीज से। जहां उन्होंने इस शो को जीतकर देश और दुनियां में अपने टैलेंट का लोहा मनवाया।

इससे पहले उन्होंने दिल्ली के बिग एफएम में एक आरजे के रूप में भी काम किया। रेडियो की दुनिया को छोड़ने के बाद, उन्होंने एमटीवी के कई शोज में वीडियो जॉकी के रूप में काम किया और बाद में टीवी पर भी ‘इंडियाज गॉट टैलेंट’ और ‘म्यूजिक का महामुकाबला’ जैसे शो होस्ट किए।

4 सितंबर 1984 को चंडीगढ़ में जन्मे आयुष्मान ने अपनी शिक्षा वहीं से प्राप्त की। स्कूलिंग के बाद, उन्होंने इंग्लिश लिटरेचर में ग्रेजुएशन और मास कम्यूनिकेशन में मास्टर्स डिग्री हासिल की। ग्लैमर इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले, वे स्थानीय थिएटर में पांच साल तक काम कर चुके थे, जिससे उनके अभिनय में एक विशेष गहराई आई।

आयुष्मान खुराना के पिता पी. खुराना एक नामी एस्ट्रोलॉजर थे। ऐसे में पिता ने पहले ही खुराना की कुंडली देख ली थी। आयुष्मान जब छोटे थे तभी उनके पिता ने बोल दिया था कि उनका बेटा बड़ा स्टार बनेगा। आयुष्मान खुराना ने अपने पिता के कहने पर ही अपने नाम में एक्स्ट्रा ‘एन’ और सरनेम में एक्स्ट्रा ‘आर’ लगाया था।

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