December 23, 2025
National

‘आप किसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जांच होनी चाहिए’, जेपी नड्डा के दावे पर बोले पवन खेड़ा

“Who are you trying to protect? There should be an investigation,” Pawan Khera said on JP Nadda’s claim.

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के 2013 के नक्सली हमले को लेकर किए गए दावे पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे दावों को बिना चुनौती दिए नहीं छोड़ा जा सकता। इसी बीच, पवन खेड़ा ने जेपी नड्डा के दावों को लेकर जांच की मांग की।

केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने पिछले दिन दावा किया कि ‘2013 के नक्सली हमले में कांग्रेस के लोग शामिल थे।’ इस पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पूछा, “उस समय रमन सिंह की सरकार थी। क्या इसका मतलब है कि उनकी सरकार फेल हो गई?” आईएएनएस से बातचीत में पवन खेड़ा ने कहा, “बारह साल के बाद आप अब क्यों बोल रहे हैं? आप किसे बचाने या छिपाने की कोशिश कर रहे हैं? इसकी जांच होनी चाहिए। जेपी नड्डा को क्या पता है, और वह इतने सालों से चुप क्यों थे? उनसे पूछताछ होनी चाहिए।”

उन्होंने कांग्रेस सांसद शशि थरूर की ओर से बिहार सरकार की तारीफ को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “जब वह (शशि थरूर) दिल्ली लौटेंगे, तो मैं जरूर कुछ दिनों के लिए उनका चश्मा उधार लूंगा, ताकि बिहार को वैसे ही देख सकूं जैसे वह देखते हैं।”

राहुल गांधी के इस बयान पर कि ‘भारत ने प्रोडक्शन चीन को सौंप दिया’, पवन खेड़ा ने कहा, “पूरी दुनिया देख रही है कि यहां क्या हो रहा है। भाजपा के साथ हमारे विचारों के मतभेद किसी से छिपे नहीं हैं। हम उन्हें हर प्लेटफॉर्म पर सामने लाते हैं। हम बात कर रहे हैं कि कैसे चीन ने पूरे मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर कब्जा कर लिया है, जिसका सीधा असर भारत के बेरोजगार युवाओं पर पड़ रहा है। क्या यह मुद्दा उठाना गलत है? जब हम भारत के बेरोजगार युवाओं के सामने आने वाली चुनौतियों पर बात करते हैं तो भाजपा क्यों भड़क जाती है?”

बांग्लादेश के हालात पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “वहां के हालात बहुत गंभीर हैं। मुझे उम्मीद है कि सरकार इस पर कड़ी नजर रखेगी और इसे संभालने के लिए सही स्ट्रेटेजी बनाएगी।”

नेशनल हेराल्ड केस पर कांग्रेस नेता ने कहा, “जैसा कि मैंने सोमवार को बताया था, एक बार फिर ईडी को कोर्ट में झटका लगा है। ईडी ने राउज एवेन्यू कोर्ट के तहत राहत के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन उसे मना कर दिया गया। कोर्ट ने यह भी कहा कि ईडी और देश के इतिहास में यह पहला केस है जो किसी आम नागरिक की शिकायत के आधार पर चलाया जा रहा है।”

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