पटना, 23 नवंबर । विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक टीम ने क्षेत्र में रहस्यमय बीमारी की जांच के लिए बुधवार को बिहार के गया शहर का दौरा किया।
गया के पटवा टोली गांव के 300 से अधिक लोग पिछले कुछ हफ्तों में बीमार पड़ गए हैं, जबकि डॉक्टर बीमारी की प्रकृति का पता लगाने में विफल रहे हैं।
लोगों ने दावा किया है कि मरीज बुखार और जोड़ों के दर्द से पीड़ित हैं, जो लंबे समय से बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने इस बीमारी का नाम “लंगड़ा बुखार” रखा है, क्योंकि मरीज बुखार से तो ठीक हो जाते हैं, लेकिन जोड़ों के दर्द के कारण ठीक से चल नहीं पाते हैं।
बीमारी पर नजर रखने के लिए डॉ. रंजन कुमार सिंह के नेतृत्व में एक मेडिकल टीम भी गठित की गई है, लेकिन वे अब तक कोई दवा लाने में विफल रहे हैं।
डब्ल्यूएचओ की टीम इस बीमारी के वायरस का पता लगाने की कोशिश कर रही है, जो मरीजों के खून में मिल जाता है।
इलाके के डॉक्टरों का कहना है कि बीमारी का लक्षण डेंगू और चिकनगुनिया से मिलता-जुलता है और मरीजों के खून के नमूने लेकर सीबीसी जांच के लिए पटना स्थित प्रयोगशाला में भेज दिया गया है।
डॉक्टरों ने कहा है, “सीबीसी जांच के बाद बीमारी की प्रकृति का पता चल जाएगा।”
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