नई दिल्ली, 12 अक्टूबर । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने शनिवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान, आरएसएस चीफ मोहन भागवत के बयानों पर पलटवार किया। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, जब से दिल्ली में आम आदमी पार्टी आई है हमेशा सवालों के घेरे में रही है।
हिन्दुओं पर आरएसएस चीफ द्वारा दिए बयान पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, मुझे अफसोस और ताज्जुब भी होता है। मोहन भागवत सिर्फ हिंदुओं की बात ही क्यों करते हैं। अत्याचार दुनिया के किसी भी कोने में हो रहा हो उसके खिलाफ बोलना चाहिए।
राशिद अल्वी ने कहा, मोहन भागवत कहते थे, भारत में रहने वाले सभी लोग हिंदू हैं। आज वह हिंदू धर्म के रहने वाले लोगों को कह रहे हैं कि इकट्ठा हो जाओ। यह सुबह-शाम विचारधारा कैसे बदली जाती है, मुझे ताज्जुब होता है।
मोहन भागवत को यह भी बताना चाहिए कि दुनिया में वो कौन लोग हैं जो भारत के खिलाफ हैं और भारत को कमजोर करने की साजिश रच रहे हैं। लेकिन, मैं कहना चाहता हूं कि भारत को आगे बढ़ने से वो विचारधारा भी रोक रही है जो हिन्दू और मुसलमान करती है। जब आप यह कहते हैं हिंदू इकट्ठा हो जाओ, आप यह भी कह सकते हैं कि मुसलमान, सिख, पारसी इकट्ठा हो जाओ। मोहन भागवत के बयान से भारत मजबूत होगा या फिर कमजोर होगा?
गणेश विसर्जन के दौरान हुए पथराव का मोहन भागवत ने जिक्र किया। इस पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, मुझे पता नहीं कि यह घटना कहां हुई है। अगर इस तरह की घटना हुई है तो जाहिर है कि प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए।
मोहन भागवत ने बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हुए अत्याचार का भी जिक्र किया। इस पर राशिद अल्वी ने कहा, बांग्लादेश में जो हिन्दुओं के साथ हुआ, वह चिंताजनक है। लेकिन, मोहन भागवत को यह भी पता होना चाहिए कि गुजरात में 9 मस्जिदों को तोड़ दिया गया। सालों पुराने कब्रिस्तान को खत्म किया गया। लोगों के मकान तोड़े गए। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद बुलडोजर की कार्रवाई हुई। इस पर मोहन भागवत को चिंता क्यों नहीं हो रही है। अगर आप इन मामलों पर बोल नहीं पा रहे हैं तो यह विचार देश को कमजोर करता है।
मोहन भागवत ने आरजी कर रेप हत्या कांड का मुद्दा भी उठाया। इस पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए। लेकिन, क्या उन्हें पता नहीं है कि अमेठी के अंदर पूरे परिवार को जान से मार दिया गया। इस घटना पर वो क्यों नहीं बोल रहे हैं।
दिल्ली में पहली बार ऐसा हो रहा है जब दिल्ली सरकार का खजाना घट रहा है। इस पर राशिद अल्वी ने कहा, दिल्ली ही नहीं, भारत के अधिकतर प्रांतों के अंदर कर्ज लेकर सरकार चलानी पड़ रही है। अगर आप विधायकों का फंड 15 करोड़ कर देंगे, इतना तो सांसद को फंड नहीं मिलता। इससे सारे विधायक भ्रष्ट हो जाएंगे। जनता का काम नहीं होगा, सिर्फ भ्रष्टाचार होगा। दिल्ली में जब से आम आदमी पार्टी आई है, हमेशा से सवालों के घेरे में रहती है। राजस्व घाटे के लिए सिर्फ सरकार ही जिम्मेदार नहीं है, बल्कि, एलजी भी जिम्मेदार हैं जो सरकार को काम नहीं करने देते।