December 17, 2025
Haryana

कृषि विभाग कुरुक्षेत्र में उर्वरक के उपयोग और बिक्री पर क्यों नजर रख रहा है

Why is the Agriculture Department monitoring fertilizer use and sale in Kurukshetra?

कुरुक्षेत्र जिले के कृषि विभाग ने उर्वरकों के अनुचित उपयोग और अवैध बिक्री को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए, उर्वरकों के उपयोग और बिक्री पर नियंत्रण रखने और किसानों को केवल भूमि की आवश्यकता के अनुसार ही उर्वरकों का उपयोग करने के लिए प्रेरित करने हेतु ‘धरती माता बचाओ’ अभियान शुरू किया है।

‘धरती माता बचाओ’ अभियान के तहत जिला अधिकारी और जिला, उपमंडल और ग्राम स्तरीय समितियों सहित सभी समितियां उर्वरक बिक्री पर नजर रखेंगी और किसी भी अनियमितता पाए जाने पर उच्च अधिकारियों के समक्ष मामला उठाएंगी। वे उन गांवों की पहचान करेंगे जहां रासायनिक उर्वरकों का अत्यधिक उपयोग हो रहा है। चिन्हित गांवों में ग्राम सभाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक भाग लेंगे और किसानों को उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे।

संबंधित अधिकारियों और समितियों को अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में उर्वरकों की बिक्री पर निगरानी रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। वे गांव में किसी विशिष्ट व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह को उर्वरकों की अत्यधिक बिक्री की निगरानी करेंगे। वे इसके कारणों का पता लगा सकते हैं और कृषि उपयोग के अलावा अन्य उद्देश्यों के लिए उर्वरकों के इस्तेमाल या पड़ोसी जिलों को अनधिकृत बिक्री के मामलों में अधिकारियों को सूचित कर सकते हैं।

किसानों को अपने खेतों की मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने के लिए रासायनिक उर्वरकों का विवेकपूर्ण उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। किसानों को वितरित किए गए मृदा स्वास्थ्य कार्ड मिट्टी में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को दूर करने में सहायक होंगे। तदनुसार, किसानों को केवल उन्हीं उर्वरकों का उपयोग करना चाहिए जो मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार के लिए आवश्यक हों। इससे उनकी लागत भी कम होगी और उत्पादन लागत में कमी आएगी। अधिकारी किसानों से यह भी अपील करेंगे कि यदि कोई विक्रेता उर्वरक के साथ अन्य उत्पाद बेचकर उन्हें जबरन खरीदवाता है, तो वे विभाग से इस मुद्दे को उठाएं। उर्वरक विक्रेताओं को यह चेतावनी भी जारी की गई है कि वे किसानों को सब्सिडी वाले उर्वरकों के साथ जबरन अन्य उत्पाद न बेचें, अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

कृषि विभाग के अधिकारियों ने उर्वरकों के अनुचित उपयोग और अवैध बिक्री पर चिंता व्यक्त की है। कुरुक्षेत्र कृषि उप निदेशक (डीडीए) डॉ. करमचंद ने कहा कि रासायनिक उर्वरकों का अत्यधिक उपयोग मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, जबकि विवेकपूर्ण उपयोग से मिट्टी का स्वास्थ्य सुधरता है, उत्पादन लागत कम होती है और किसानों की आय बढ़ती है। समितियां यह भी सुनिश्चित करेंगी कि बाजार में किसानों को नकली और घटिया उत्पाद न बेचे जाएं। इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य जिले में उर्वरक वितरण में पारदर्शिता लाना भी है।

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