पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भाजपा शासित केंद्र सरकार पर दिल्ली में उच्च प्रदूषण स्तर के लिए पंजाब को जिम्मेदार ठहराने का झूठा आरोप लगाने का आरोप लगाया। दिल्ली के 400 से अधिक के एक्यूआई स्तर का हवाला देते हुए मान ने मंगलवार को मीडियाकर्मियों से कहा, “पंजाब में धान की पराली नहीं जलाई जा रही है, और पंजाब के शहरों में एक्यूआई स्तर 70 से 110 के बीच रहता है। लेकिन दिल्ली में सोमवार को एक्यूआई स्तर 427 था। दिल्ली में प्रदूषण के लिए कौन जिम्मेदार है?” उन्होंने सवाल किया।
मुख्यमंत्री ने भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा को निशाना बनाते हुए कहा कि गेहूं की बुवाई पूरी हो चुकी है और हाल ही में पंजाब में पराली जलाने की कोई घटना नहीं हुई है। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने संसद के मौजूदा सत्र में इस तथ्य का खुलासा किया है।
भाजपा द्वारा एमजीएनआरईजीए का नाम बदलकर विकास भारत गारंटी फॉर रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) रखने पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि योजनाओं और स्थानों के नाम बदलने का आम लोगों के लिए कोई मतलब नहीं है, जो अपने जीवन स्तर में सुधार चाहते हैं और योजनाओं से लाभ उठाना चाहते हैं। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “जिस तरह भाजपा स्थानों और कस्बों के नाम बदल रही है, उससे तो देश का नाम भी दीन दयाल उपाध्याय नगर रखा जा सकता है।”
भगवंत मान ने आगामी 25, 26 और 27 दिसंबर को फतेहगढ़ साहिब में होने वाली शहीदी सभा के दौरान तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए किए जाने वाले पुख्ता इंतजामों का भी विस्तृत विवरण दिया।

