27 मई को सरकार द्वारा आधार कार्ड इस्तेमाल की नई एडवाइजरी जारी की थी जिसमें लोगों को अपने आधार की फोटोकॉपी होटल, सिनेमा आदि जैसे प्रतिष्ठानों को उनके संभावित दुरुपयोग को रोकने के लिए नहीं देने की सलाह दी गई थी। परन्तु 29 मई को धारकों को आसवाश्न देते हुए सरकार ने कहा था कि आधार से संबंधित व्यवस्था में धारकों के लिए पर्याप्त सक्योरिटी उपलब्ध है, आधार कार्ड का प्रयोग करते हुए लोगों को सामान्य विवेक का प्रयोग करने की सलाह दी।
परन्तु सरकार के द्वारी आनन-फानन में ऐसी एडवाइजरी क्यों जारी की गई इस विषय में अब खुलासा हुआ है। सूत्रो से पता चला है कि 27 मई को बेंगलुरु में ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होने वाले एक शिपमेंट को बेंगलुरु हवाई अड्डे पर जब्त कर लिया गया था। इसके बाद इस मामले को चेन्नई पुलिस को भेजा गया था, जिसने आंध्र प्रदेश से एक व्यक्ति को पकड़ा जो कि तस्करी के लिए लोगों के आधार कार्ड की फोटोकॉपी का उपयोग कर जालसाजी करता था।
इस घटना के बाद से अधिकारी सतर्क हो गए और इसकी सूचना बेंगलुरु में यूआईडीएआई के क्षेत्रीय कार्यालय को दी गई। इसके बाद कार्यालय ने नई एडवाइजरी जारी कर कहा था कि अपने आधार की फोटोकॉपी को दूसरे व्यक्ति से साझा न करें। हालांकि, इसके बाद केंद्र सरकार ने भी इस एडवाइजरी को जारी किया था।
कस्टम्स इंटेलिजेंस यूनिट ने कथित तौर पर 90 लाख रुपये के 4.4 किलोग्राम इफेड्रिन क्रिस्टल जब्त किए जो कपड़ों के एक शिपमेंट में छुपाए गए थे। कार्गो को बेंगलुरु हवाई अड्डे के अंतरराष्ट्रीय कूरियर टर्मिनल पर रोक दिया गया था। आरोपी व्यक्ति को 20 मई को गिरफ्तार किया गया था।
Leave feedback about this