देहरादून, 20 जुलाई । उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में उत्तराखंड राज्य वन्यजीव बोर्ड की 20वीं समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री धामी ने मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने एवं इस संघर्ष में मृतकों के परिजनों और घायलों को यथाशीघ्र सहायता उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। साथ ही जंगलों के निकटवर्ती स्थान, जो बायोफेंसिंग से वंचित रह गए हैं, उन स्थानों को अतिशीघ्र बायोफेंसिंग से आच्छादित करने को कहा।
उन्होंने निर्देश दिए कि मानव वन्यजीव संघर्ष की रोकथाम हेतु चिन्हित हॉट स्पॉट क्षेत्रों में वन कर्मियों की गश्त बढ़ाई जाए एवं वन कर्मियों को पर्याप्त उपकरण दिए जाएं। ड्रोन के माध्यम से भी जंगली जानवरों पर नजर रखी जाए। जिन प्रभागों में मानव वन्यजीव संघर्ष के ज्यादा मामले आ रहे हैं, उन स्थानों पर विशेष नजर रखी जाए। प्रदेश में मानव वन्यजीव संघर्ष की रोकथाम हेतु वित्तीय वर्ष 2023-24 में आधुनिक उपकरणों के क्रय हेतु वन प्रभागों को 10.50 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई है।
मुख्यमंत्री धामी ने हल्द्वानी में प्रस्तावित जू एंड सफारी के मास्टर प्लान हेतु जल्द डीपीआर बनाने, राजाजी टाइगर रिजर्व के अंतर्गत चौरासी कुटिया का अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार विकास एवं उच्चीकरण अतिशीघ्र पूर्ण करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। साथ ही राज्य में वन्य जीव आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु नेशनल पार्कों के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए वाइल्डलाइफ आधारित डॉक्यूमेंट्री, फिल्म बनाने के निर्देश दिए। विभिन्न स्थानों पर बर्ड वाचिंग कैंप के आयोजन करने को भी कहा।
उन्होंने कहा कि वन क्षेत्रों में प्रस्तावित विकास योजनाओं को नियमों के दायरे में रहकर जल्द पूरा किया जाए, ताकि आमजन को सहूलियत मिल सके। बैठक में बताया गया कि जमरानी बांध बहुउद्देशीय परियोजना के लिए नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्डलाइफ से स्वीकृति मिल चुकी है। जनपद-पौड़ी गढ़वाल के विकासखंड यमकेश्वर में किमसार-भोगपुर मोटर रोड के लिए नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्डलाइफ से स्वीकृति प्राप्त हो गई है। इसका निर्माण जल्द किया जाएगा। साथ ही नौ सालों से लंबित राजाजी टाइगर रिजर्व के लिए टाइगर कंजरवेशन फॉउंडेशन का गठन कर लिया गया है।
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