January 18, 2025
National

कर्नाटक की बेहतरी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगे : शिवराज सिंह चौहान

Will leave no stone unturned for the betterment of Karnataka: Shivraj Singh Chouhan

कर्नाटक की विकास योजनाओं को लेकर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कर्नाटक सरकार के कृषि मंत्री, ग्रामीण विकास मंत्री और राजस्व मंत्री के साथ बैठक की।

मीडिया को इस बैठक के बारे में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ब्रीफ भी किया। बताया , ”मैंने भारत सरकार की योजनाओं की समीक्षा की है। प्रधानमंत्री आवास योजना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि सभी को पक्का मकान मिले। हमने सितंबर में कर्नाटक में 2 लाख 57 हजार 246 घर बनाने की मंजूरी दी थी। इसके लिए हमने पैसा भी आवंटित किया है।”

आगे कहा, ”आज कर्नाटक के गरीबों के मकान के लिए हमने आवासों की संख्या को बढ़ाया है। कुल मिलाकर कर्नाटक के उन आवासों के अलावा हमने 4 लाख 67 हजार 580 मकान गरीबों के लिए आवंटित किए हैं। भाजपा का संकल्प है कि हर गरीब को पक्का मकान मिले।”

चौहान ने प्रदेश सरकार को केंद्र द्वारा दिए गए फंड का उपयोग करने की सलाह भी दी। बोले , ”कर्नाटक सरकार तेजी से इन मकानों के काम को पूरा करे ताकि सभी गरीबों के पक्के मकान बनाए जा सकें। पहले जो हमने फंड जारी किए थे, सरकार उनका उपयोग करे। कृषि मंत्री ने मैग्नेटाइजेशन योजना के तहत अतिरिक्त धनराशि की मांग की थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। तीनों मंत्रियों ने कुछ और ज्ञापन मुझे सौंपे हैं। हमारा लक्ष्य विकसित भारत के साथ विकसित कर्नाटक बनाना है। हमारा लक्ष्य है कि हम प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कर्नाटक के विकास में कोई कसर न छोड़े।”

आगे कहा, ”राज्य सरकार से मेरा आग्रह है कि वह समय पर फंड ठीक से खर्च करें। भारत सरकार कर्नाटक की बेहतरी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। आज मैं अपने कर्नाटक के दौरे में सुपारी उत्पादक किसानों से भी मिलने जा रहा हूं।”

शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष से अपील की कि वो जनकल्याण की राजनीति करे। केंद्रीय मंत्री बोले, ”हम लोग विकास की राजनीति करते हैं, जनकल्याण की राजनीति करते हैं। अभी कई योजनाएं ऐसी हैं जिनमें कर्नाटक ने फंड खर्च नहीं किया है, लेकिन मैं आज इसमें नहीं जाना चाहता।”

कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष के चुनाव को लेकर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जल्दी प्रदेश के अध्यक्ष के चुनाव के लिए प्रक्रिया प्रारंभ होगी।

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