सोनीपत, पहलवानों के मुद्दों को सुलझाने के लिए चल रही बातचीत के बीच पहलवान साक्षी मलिक ने शनिवार को कहा कि जब तक मामला पूरी तरह से सुलझ नहीं जाता, वे एशियाई खेलों में भाग नहीं लेंगी।
सोनीपत में संवाददाताओं से बात करते हुए मलिक ने कहा कि कोई नहीं समझ सकता कि पहलवान रोज मानसिक रूप से किस स्थिति से गुजर रहे होते हैं।
30 वर्षीय पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के इस्तीफे की मांग कर रहे पहलवानों के लिए भविष्य की रणनीति तय करने के लिए महापंचायत में भाग लेने सोनीपत पहुंचीं।
साक्षी ने कहा, “हम एशियाई खेलों में तभी भाग लेंगे जब इन सभी मुद्दों का समाधान हो जाएगा। आप नहीं समझ सकते कि यह मानसिक रूप से कितना थका देने वाला है और हम हर रोज किस स्थिति से गुजर रहे हैं।”
साक्षी की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब एशियाड के लिए ट्रायल इसी महीने में होने वाले हैं। विरोध में शामिल लोगों सहित सभी पहलवानों को ट्रायल में भाग लेने और एशियाई खेलों के लिए भारत की टीम में अपनी जगह अर्जित करने की आवश्यकता है, जो 23 सितंबर से 8 अक्टूबर, 2023 तक हांगझाऊ, चीन में आयोजित किया जाएगा।
इससे पहले बुधवार को साक्षी ने बजरंग पूनिया और अन्य लोगों के साथ केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से उनके घर पर मुलाकात की थी और कहा था कि सरकार ने पुलिस जांच पूरी करने के लिए 15 जून तक का समय मांगा है।
साक्षी ने ‘आईएएनएस’ से कहा, “सरकार ने पुलिस जांच पूरी करने के लिए 15 जून तक का समय मांगा है। वह कुश्ती से संबंधित हमारे अधिकांश प्रस्तावों पर सहमत हो गई है। अब हम इन प्रस्तावों को किसान संघों, महिला संघों, हमारे वरिष्ठों और खाप पंचायतों के सामने रखेंगे। इसलिए, हम 15 जून तक कोई विरोध नहीं करेंगे, लेकिन डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ हमारा ‘आंदोलन’ जारी रहेगा।”