नई दिल्ली, 8 जून लोकसभा चुनाव में इस बार कई नए चेहरे संसद में चुनकर आए हैं। बिहार के समस्तीपुर लोकसभा सीट से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के टिकट पर शांभवी चौधरी राज्य की सबसे कम उम्र की सांसद चुनी गई।
शांभवी चौधरी ने आईएएनएस से खास बातचीत में कहा कि परिवार और मेरा सपना था कि मैं सांसद बनूं। मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूं कि मैं अपने परिवार से तीसरी पीढ़ी की राजनेता बनी हूं। जनता ने मुझे चुना, इसके लिए धन्यवाद। पद मिलने के बाद क्षेत्र की जनता की जिम्मेदारियां हमारे कंधों पर है। मैंने अपने क्षेत्र में युवा शक्ति और महिला शक्ति के प्रतिनिधित्व की बात उठाई थी। मैं प्रयास करुंगी कि उनकी बुलंद आवाज को संसद में उठा सकूं।
उन्होंने आगे कहा कि एलजेपी एक ऐसी पार्टी है, जिसका स्ट्राइक रेट 100 प्रतिशत रहा है। केवल इस चुनाव में नहीं, बल्कि 2014 और 2019 के चुनाव में भी जितनी सीटें मिली थी, सब जीती। मुझे इतना विश्वास है कि अगर 5 की जगह 10 सीट भी मिलती, तो वो भी हम जीत जाते। बिहार के लोगों का हमारी पार्टी के सिद्धांतों पर विश्वास है।
उन्होंने कहा कि चिराग पासवान बिहार के लोकप्रिय नेता हैं। एनडीए के साथ हमेशा मजबूती से खड़े रहे हैं। हमारी पार्टी की तरफ से कोई डिमांड नहीं है। अगर चिराग पासवान जी को कोई बड़ी जिम्मेदारी मिलती है तो हम सब उनके साथ हिम्मत के साथ खड़े रहेंगे।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने के सवाल पर शांभवी चौधरी ने कहा कि अगर ऐसी डिमांड जनता कर रही है तो मैं मानती हूं कि एनडीए के सभी नेता एक साथ बैठ कर इस पर बात करें। एक बार जब सरकार बन जाएगी तो बिहार के सभी दल के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से राज्य के स्पेशल स्टेटस की मांग को लेकर मिल सकते हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि प्रधानमंत्री जी बिहार को आगे ले जायेंगे।
उन्होंने कहा कि जितने भी वादे जनता से किए गए हैं, वो पूरे होने चाहिए। हमारी पार्टी ने बहुत मेहनत की है, हम सभी सीटों पर एक लाख वोटों से जीते हैं। लोगों की अपेक्षाएं हम सभी पर टिकी हुई हैं। कल प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी बताया कि अगले दस साल में क्या-क्या विकास होने वाला है। हम लोग भी यही चाहेंगे कि देश के साथ-साथ बिहार का भी विकास हो। अभी सारा फोकस सरकार बनाने पर है।
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