नाहन, 13 फरवरी
चंडीगढ़ के सेक्टर 34 में आयोजित सरस मेले में लोग हिमाचल प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों के स्वादिष्ट स्वाद का आनंद ले रहे हैं, इसका श्रेय सिरमौर जिले के ट्रांस-गिरि क्षेत्र के एक स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं को जाता है।
मेले में महिलाओं ने सिद्दू, तेल पाकी, लुश्के, पटांडे, मालपुड़े, छोलाई खीर, मक्का और कोड्डा रोटी जैसे कई हिमाचली व्यंजन परोसने के लिए एक स्टॉल लगाया है।
इसके लिए केंद्र सरकार की स्वयं सहायता योजना के तहत मोबाइल फूड वैन उपलब्ध करायी गयी.
स्टॉल का संचालन कर रही स्वयं सहायता समूह की सदस्य साइना राणा और श्यामा ठाकुर ने कहा कि उन्होंने पिछले सप्ताह ही 2 लाख रुपये कमाए हैं।
श्यामा ठाकुर ने कहा, “सिद्दू अपने अनूठे स्वाद के कारण मेले में आने वाले दर्शकों के बीच बहुत लोकप्रिय है।”
महिलाओं के मुताबिक, सिरमौर जिले में लगभग 2,000 महिलाएं एसएचजी में पंजीकृत हैं।
साइना राणा ने कहा, “ग्रामीण इलाकों की महिलाएं, जो पहले अपनी रसोई तक ही सीमित थीं, देश के हर कोने में लोगों को हिमाचली व्यंजन परोसना उनके लिए बहुत गर्व की बात है।”