दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग जारी है। मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतदाता वोट डालने के लिए पहुंच रहे हैं। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, सुबह 1 बजे तक 33 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ है। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में पड़ने वाली विधानसभा सीटों पर सुबह से भारी संख्या में वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। महिलाओं की संख्या अच्छी खासी है। कुछ ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत की। महिला वोटर्स ने बताया कि विकास और अच्छी शिक्षा का मुद्दा उनके लिए अहम है।
पुरानी दिल्ली के एक सेंटर पर वोट करने आई नजमा ने बताया कि दिल्ली में विकास होना चाहिए। पहले की तुलना में विकास हुआ है लेकिन, अभी भी गुंजाइश है। शिक्षा का स्तर भी सुधरना चाहिए। स्कूलों को ठीक करने की जरूरत है। इसके साथ ही टूटी हुई सड़कों की मरम्मत भी जरूरी है। महिलाओं की सुरक्षा और अस्पतालों को बेहतर बनाने की भी आवश्यकता है।
समरीन ने कहा कि दिल्ली में बदलाव को ध्यान में रखते हुए वोट किया है। हम चाहते हैं कि हमारे बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले। हमारे इलाके की सड़क बहुत खराब है। इस पर पूर्व की सरकार ने ध्यान नहीं दिया है। इलाके में साफ-सफाई हो, स्कूल अच्छे बने। महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वोट किया है।
अनीस ने कहा कि मैंने पहली बार वोट डाला है। वोट डालने के दौरान मैंने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखा है। दिल्ली की सड़कें ठीक नहीं है। रोजगार ही अहम मुद्दा है। अस्पतालों में सुविधाएं न के बराबर है। मैंने मूलभुत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए वोट किया है।
एक अन्य वोटर ने कहा कि लोकतंत्र का महापर्व है। इसलिए मैंने सुबह उठकर पहले वोट दिया। इसके बाद अपने दोस्तों को भी प्रेरित किया कि वह वोट जरूर करे। दिल्ली में बदलाव की जरूरत है। क्योंकि, हमने देखा है कि यहां पर प्रदूषण काफी ज्यादा है। सर्दियों में काफी दिक्कतें होती हैं। बसों की संख्या बहुत कम है। कॉलेज जाने के दौरान घंटों बस का इंतजार करना पड़ता है।
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