अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अभिनेत्री मोना सिंह ने फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के प्रतिनिधित्व पर बात की। अभिनेत्री का मानना है कि इंडस्ट्री में महिलाएं तभी सशक्त बन सकती हैं, जब उन्हें भी मुख्य किरदार मिले, समान अवसर मिले। मोना ने कहा, “मेरी राय में हमारे मनोरंजन जगत में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बदलाव महिलाओं के प्रतिनिधित्व और उसकी विविधता को बढ़ावा देने के साथ ही अधिक समान अवसर मुहैया कराने की आवश्यकता है।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि कैमरे के सामने और पीछे दोनों जगह महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाकर, उन्हें अधिक बारीक या अलग हटकर भूमिका निभाने की छूट देकर उनके लिए बेहतर किया जा सकता है। “वर्कफ्रंट की बात करें तो अभिनेत्री लोकप्रिय टीवी शो ‘जस्सी जैसी कोई नहीं’ में शानदार काम कर घर-घर छा गईं। शो में उनका किरदार आज भी भूला नहीं जा सकता है। उन्होंने शो में एक सेक्रेटरी की भूमिका निभाई, जो आंखों पर मोटा चश्मा, लगाए नजर आई,
जिसमें कॉन्फिडेंस की कमी रहती है। टीवी के साथ ही मोना सिंह कई फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। ‘जस्सी जैसी कोई नहीं’ के बाद वह रियलिटी शो ‘झलक दिखला जा’ के पहले सीजन में नजर आईं, जिसकी वह विजेता भी रहीं। ‘फेमिना मिस इंडिया’ और ‘झलक दिखला जा 2’ को भी होस्ट कर चुकी हैं। टीवी जगत में सफल होने के बाद अभिनेत्री साल 2009 में बॉलीवुड में एंट्री कीं। उन्होंने राजकुमार हिरानी की कॉमेडी-ड्रामा ‘3 इडियट्स’ (2009) में सहायक भूमिका निभाई।
उनके किरदार को दर्शकों ने पसंद किया। इस दौरान मोना ने कई और भी फिल्मों में सहायक भूमिका निभाई। उन्होंने ‘लाल सिंह चड्ढा’ और ‘मुंज्या’ जैसी फिल्में की। उन्होंने फिल्म लाल सिंह चड्ढा में आमिर खान की मां की भूमिका निभाई थी। साथ ही वह वेब सीरीज ‘मेड इन हेवन’ और ‘काला पानी’ में भी अहम किरदार में नजर आईं। मोना सिंह साल 2012 में फोर्ब्स इंडिया की 100 सेलिब्रिटी की लिस्ट में भी शामिल हो चुकी हैं।
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