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हिमाचल के ऊना में ‘विकसित भारत का अमृत काल’ पर कार्यशाला, अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी-सीएम सुक्खू पर बोला हमला

Workshop on 'Amrit Kaal of Developed India' held in Una, Himachal, Anurag Thakur attacks Rahul Gandhi and CM Sukhu

हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला कार्यालय दीप कमल में भाजपा ने रविवार को ‘विकसित भारत का अमृत काल – सेवा, सुशासन व गरीब कल्याण के 11 वर्ष’ विषय पर एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया। हमीरपुर से लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया। कार्यशाला में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

कार्यशाला की शुरुआत दीप प्रज्वलन और वंदे मातरम् गीत से हुई। भाजपा जिला अध्यक्ष श्याम मिन्हास ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार के बीते 11 वर्षों में समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचा है और यह सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण की असली भावना को दर्शाता है।

मुख्य वक्ता के रूप में अनुराग ठाकुर ने मोदी सरकार की प्रमुख योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आयुष्मान भारत, उज्ज्वला योजना, पीएम किसान सम्मान निधि, जल जीवन मिशन और डिजिटल इंडिया जैसी योजनाओं ने आम जनमानस के जीवन को सरल और सुलभ बनाया है। उन्होंने बताया कि कैसे मोदी सरकार ने भारत को वैश्विक मंच पर सम्मान दिलाया और शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक हर क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार किए।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को लेकर की गई उनकी टिप्पणी बेहद आपत्तिजनक है। कुछ लोग लगातार अनर्गल बयानबाजी करके मीडिया में खुद को बनाए रखना चाहते हैं। राहुल गांधी का बर्ताव न केवल गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि यह पाकिस्तान के एजेंडे को आगे बढ़ाने जैसा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता अब आतंकवादियों से भारत के सांसदों की तुलना कर रहे हैं, जो देश की गरिमा और सेना के सम्मान के खिलाफ है। कांग्रेस की आदत रही है कि चुनाव हारने के बाद संवैधानिक संस्थानों को बदनाम किया जाता है और चुनाव जीतने पर उन्हें भुला दिया जाता है।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के भाजपा में गुटबाजी संबंधी बयान पर पलटवार करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री को पहले अपनी पार्टी की हालत पर ध्यान देना चाहिए। एक साल में नौ विधायक सरकार छोड़ चुके हैं और प्रदेश पर एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज चढ़ गया है। जनता की गारंटी और वादे गायब हैं। सरकार के सभी विकास कार्य ठप पड़े हैं और जनता पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए परेशान है। मुख्यमंत्री अब जनता के सवालों से ज्यादा दिन तक नहीं भाग सकते।

कार्यशाला में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं ऊना के विधायक सतपाल सिंह सत्ती, गगरेट विधायक चैतन्य शर्मा, पूर्व विधायक बलबीर चौधरी, पूर्व विधायक राजेश ठाकुर, भाजपा नेता रामकुमार और जिला के अन्य प्रमुख नेता मौजूद रहे। कार्यशाला ने न केवल केंद्र सरकार की नीतियों को उजागर किया, बल्कि राज्य सरकार की असफलताओं पर भी तीखे सवाल खड़े किए।

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