अब नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी (एमसीवाईजे) ड्रोन की मदद से नालों की सफाई के कार्य की निगरानी करेगा। ड्रोन की मदद से नालों की सफाई का वीडियो बनाया जाएगा तथा प्रतिदिन की सफाई की रिपोर्ट नगर निगम आयुक्त व अन्य अधिकारियों को भेजी जाएगी।
ये निर्देश एमसीवाईजे के आयुक्त अखिल पिलानी द्वारा जारी किए गए। उन्होंने एमसीवाईजे के पदाधिकारियों व एजेंसी के ठेकेदारों को निर्देश दिए कि मानसून आने से पहले सभी नालों की पूरी तरह सफाई कर ली जाए, ताकि मानसून के दौरान जुड़वां शहरों में जलभराव की समस्या उत्पन्न न हो।जानकारी के अनुसार जुड़वां शहरों में बड़े नालों की सफाई का काम एजेंसियों द्वारा युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।
महापौर सुमन बहमनी, उपायुक्त पार्थ गुप्ता, अखिल पिलानी, अतिरिक्त नगर आयुक्त धीरज कुमार, उप नगर आयुक्त कुलदीप सिंह और एमसीवाईजे के अन्य अधिकारी नियमित रूप से नालों की सफाई का निरीक्षण कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर दिन अधिकतम क्षेत्र में नालों की सफाई ठीक से हो।
अखिल पिलानी ने बताया, “अब एमसीवाईजे ने ड्रोन की मदद से नालों की सफाई के काम की निगरानी करने का फैसला किया है। बड़े नालों के अलावा छोटे नालों की भी सफाई की जा रही है।” उन्होंने बताया कि ड्रोन से यह भी जानकारी मिलेगी कि कहां-कहां नालों की सफाई नहीं हुई है।
पिलानी ने कहा, “इसके अलावा यह भी पता चल जाएगा कि नालों में कहां गंदगी/कचरा है, कहां नाला अवरुद्ध है, कहां नाले पर अतिक्रमण है। इन विवरणों का पता लगने के बाद नालों की समय पर सफाई हो सकेगी।”
उन्होंने दोनों शहरों के निवासियों से नालों की सफाई में नगर निगम का सहयोग करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि लोग टूटे हुए फर्नीचर, क्षतिग्रस्त बिस्तर, प्लास्टिक, पॉलीथीन बैग, कपड़े और अन्य सामान जैसे कचरे को नालियों में फेंक देते हैं, जिससे कई स्थानों पर नालियां जाम हो जाती हैं।
पिलानी ने कहा, “यह आदत ही लोगों के लिए परेशानी का कारण बनती है। उन्हें नालियों में कचरा नहीं फेंकना चाहिए। उन्हें कचरा केवल एमसीवाईजे के वाहनों में ही डालना चाहिए, जो घर-घर जाकर कचरा इकट्ठा कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि अब नालियों में कूड़ा फेंकने वालों पर ड्रोन की मदद से नजर रखी जाएगी तथा नालियों में कूड़ा फेंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।