N1Live National ‘मुझे जीते जी और मरने के बाद भी जमीन में गाड़ नहीं पाओगे’, प्रधानमंत्री मोदी का संजय राउत पर पलटवार
National

‘मुझे जीते जी और मरने के बाद भी जमीन में गाड़ नहीं पाओगे’, प्रधानमंत्री मोदी का संजय राउत पर पलटवार

'You will not be able to bury me in the ground while I am alive or even after death', Prime Minister Modi's attack on Sanjay Raut

नई दिल्ली, 10 मई । लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के प्रचार के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के नंदुरबार में चुनावी रैली को संबोधित किया। एक तरफ जहां उन्होंने कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी पर जमकर हमला बोला। वहीं, पीएम मोदी ने शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत के उन्हें जमीन में गाड़ देने वाली धमकी पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि ये लोग मोदी को जीते हुए भी और मरने के बाद भी जिंदा नहीं गाड़ पाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “एक तरफ कांग्रेस है, जो कहती है ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’ और दूसरी तरफ ये नकली शिवसेना है, जो मुझे जिंदा गाड़ने की बात करती है। मुझे गाली देते हुए भी ये लोग तुष्टीकरण का पूरा ध्यान रखते हैं, मोदी की क्रब खुदेगी, मोदी को जिंदा गाड़ देंगे और इसमें भी वोट बैंक को पसंद आए, क्या वही गाली दागोगे। मुझे यह सोचकर दुख होता है कि बाला साहेब ठाकरे को कितना दुख होता होगा। अब तो ये नकली शिवसेना वाले बम धमाके के दोषी को भी अपने साथ प्रचार में ले जाने लगे हैं। बिहार में चारा चोरी में जेल की सजा काटने वाले व्यक्ति को कंधे पर बैठाकर घूम रहे हैं, महाराष्ट्र में बम धमाके के दोषी को कंधे पर बैठाकर घूम रहे हैं। ऐसे पापियों को साथ लेकर जिनको चलना पड़ रहा है, इन लोगों के विषय में 50 बार सोचना पड़ता है। इसलिए, कोई बड़ी बात नहीं है कि उन्हें मुझे जमीन में गाड़ने के सपने दिख रहे हैं।”

पीएम मोदी ने आगे कहा, ”ये लोग जनता का साथ और जनता का विश्वास गंवा चुके हैं। इनकी अपनी सियासी जमीन खिसक चुकी है। लेकिन, यह भूल रहे हैं कि भारत की 140 करोड़ जनता मेरी रक्षक है। यह मातृत्व शक्ति मेरा रक्षा कवच है, मुझ पर मातृत्व शक्ति का इतना आशीर्वाद है कि ये लोग मोदी को जीते हुए भी और मरने के बाद भी जिंदा नहीं गाड़ पाएंगे।”

उन्होंने रैली में शरद पवार का बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा, ”महाराष्ट्र के एक दिग्गज नेता, जो 40-50 साल से राजनीति कर रहे हैं, बारामती के चुनाव के बाद उन्होंने एक बयान दिया है। वो इतने हताश और निराश हो गए हैं कि उनको लगता है कि अगर 4 जून के बाद राजनीतिक जीवन में टिके रहना है, तो छोटे-छोटे राजनीतिक दलों को कांग्रेस में विलय कर लेना चाहिए। इसका मतलब है कि नकली एनसीपी और नकली शिवसेना ने कांग्रेस में मर्जर करने का मन बना लिया है।”

Exit mobile version